बुधवार, 10 मार्च 2021

सूरजपुर पुलिस की बड़ी कार्यवाही, नशीली इंजेक्शन, सिक्सर व कारतूस के साथ 1 को किया गिरफ्तार..........

सूरजपुर: जिले की पुलिस ने केनापारा-तेलईकछार से एक व्यक्ति को नशीली इंजेक्शन, सिक्सर व जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया है। संवेदनशील पुलिस अधीक्षक सूरजपुर ने जिले के पुलिस अधिकारियों को नशे के कारोबार से जुड़े लोगों के विरूद्व सख्त कार्यवाही करते हुए नशे के कारोबार को जड़ से समाप्त करने के कडे़ निर्देश दिए थे। जिले के थाना-चौकी प्रभारी नशीली पदार्थ के गोरख धंधे पर सतत् निगाह रखे हुए थे।
          इसी बीच बुधवार 10 मार्च 2021 को थाना प्रभारी जयनगर को मुखबीर से सूचना मिली कि एक व्यक्ति काले रंग के एक्टिवा से अम्बिकापुर की ओर से नशीली दवाई लेकर सूरजपुर की ओर जा रहा है। जिसकी सूचना से पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा को अवगत कराया गया जिस पर उन्होंने थाना प्रभारी दीपक पासवान को पूर्ण सतर्कता बरतते हुए घेराबंदी लगाकर पकड़ने के निर्देश दिए।
         अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर के मार्गदर्शन में थाना जयनगर की पुलिस टीम केनापारा-तेलईकछार के पास घेराबंदी लगाया जो एक काले रंग के एक्टिवा में एक व्यक्ति आते दिखा जिसे घेराबंदी कर रोकवाया गया। पूछताछ पर एक्टिवा चालक ने अपना नाम दीपक दीक्षित पिता सच्चिदानंद दीक्षित उम्र 23 वर्ष निवासी सिधेकला, पोस्ट बेलचंपा, थाना गढ़वा, जिला गढ़वा, झारखण्ड, हाल मुकाम साहू गली सूरजपुर का होना बताया जिसके कब्जे से एक्टिवा के पावदान के पास बोरे में 500 नग रेक्सोजेसिक इंजेक्शन एवं 500 नग एविल इंजेक्शन कीमत 24 हजार 3 सौ 50 रूपये एवं एक्टिवा की तलाशी लेने पर झोले से 1 नग सिक्सर व 6 नग जिंदा कारतूस पाया गया साथ ही परिवहन में प्रयुक्त एक्टीवा वाहन क्रमांक सीजी 15 डीएफ 8193 जप्त कर अपराध क्रमांक 64/21 धारा 21सी एनडीपीएस एक्ट व 25, 27 आम्र्स एक्ट के तहत् कार्यवाही करते हुए आरोपी दीपक दीक्षित को विधिवत् गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया।
          पूछताछ पर आरोपी ने बताया कि गढ़वा झारखण्ड से कम कीमत पर नशीली दवा लाकर आसपास क्षेत्र में नशेड़ी प्रवृत्ति के लोगों को 5 से 10 गुना अधिक दर बिक्री कर लाभ अर्जित करता था और सिक्सर को गढ़वा झारखण्ड के बाजार से खरीदकर अपने पास रखना बताया।
        इस कार्यवाही में थाना प्रभारी जयनगर दीपक पासवान, एएसआई विराट विशी, देवनाथ चौधरी, आरक्षक रमेश कसेरा, दीपक दुबे, शिव राजवाड़े, जितेन्द्र सिंह, परदेशी चन्द्रा व राजकुमार पासवान सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।