गुरुवार, 26 जून 2025

अवैध कबाड़ पर सूरजपुर पुलिस की लगातार सख्त कार्यवाही, 80 हजार कीमत के कबाड़ जप्त, 1 आरोपी गिरफ्तार।

 

सूरजपुर। डीआईजी व एसएसपी श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने अवैध कारोबार पर पूर्णतः अंकुश लगाने के सख्त निर्देश जिले के थाना चौकी प्रभारियों को दिए है। इसी परिप्रेक्ष्य में दिनांक 14.06.2025 को थाना प्रतापपुर पुलिस को मुखबीर से सूचना मिला कि बाबापारा प्रतापपुर निवासी लखन साह और एक अन्य व्यक्ति पिकअप वाहन क्रमांक यूपी 64 बीटी 7079 में अवैध कबाड़ लेकर उत्तरप्रदेश के लिए निकले है।
            सूचना पर थाना प्रतापपुर पुलिस ने घेराबंदी कर उक्त पिकअप वाहन को रोकवाया तभी अचानक एक व्यक्ति पिकअप वाहन से कुदकर जंगल की ओर भाग निकला जिसका पीछा करने पर भी नहीं मिला। पिकअप वाहन से एक व्यक्ति लखन साह पिता रामाशंकर उम्र 37 वर्ष निवासी ग्राम पहिया, थाना चंदौरा वर्तमान पता बाबापारा प्रतापपुर को पकड़ा गया। वाहन की तलाशी लेने पर उसमें कबाड़ लोड होना पाया। कबाड़ के संबंध में खरीद बिक्री व परिवहन संबंधी दस्तावेज की मांग किए जाने पर कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया जो कबाड़ चोरी का होने की पूर्ण अंदेशा पर धारा 35(1-व्ही) बीएनएसएस/303 बीएनएस के तहत कार्यवाही कर 20 क्विंटल कबाड़़ कीमत करीब 80 हजार रूपये एवं पिकअप वाहन जप्त कर आरोपी लखन साह को गिरफ्तार किया गया। वहीं एक फरार आरोपी की पतासाजी की जा रही है। कार्यवाही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो व एसडीओपी प्रतापपुर सौरभ उईके के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी प्रतापपुर अमित कौशिक, एसआई संदीप सिंह, प्रधान आरक्षक रविशंकर चौबे, आरक्षक राजेश तिवारी, अवधेश कुशवाहा, नवीन बेक व भीमेश आर्मो सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।