सोमवार, 15 मार्च 2021

सूरजपुर पुलिस ने अभिव्यक्ति नारी के सम्मान की कार्यक्रम का किया आयोजन...........

महिलाओं के प्रति अपराधों से संबंधित कानून, साइबर अपराधों से सुरक्षित रहने दी गई जानकारी।

सूरजपुर: पुलिस अधीक्षक श्री राजेश कुकरेजा के निर्देश पर अभिव्यक्ति नारी के सम्मान की कार्यक्रम का आयोजन रविवार 14 मार्च 2021 को थाना परिसर झिलमिली में किया गया जिसमें भारी संख्या में आसपास क्षेत्र की ग्रामीण महिलाएं तथा स्व सहायता समूह से जुड़े महिलाएं मौजूद रही। इस अवसर पर एसडीओपी ओड़गी मंजूलता बाज ने कहा कि सतर्कता में ही सुरक्षा है। आगे उन्होंने कहा कि महिलाएं अपने ऊपर घटित अपराध की रिपोर्ट पुलिस में तत्काल करें, अपराधों को सहन करने के बजाय अपराधियों को दंडित करने के लिए जागरूक रहें। उन्होंने महिलाओं के प्रति अपराधों से संबंधित कानून, महिलाओं को साइबर अपराधों से सुरक्षित रहने के उपाए, डिजिटल दुनिया में किस प्रकार आनलाइन खतरों से बचा जा सके एवं महिलाओं को उनके कानूनी अधिकारों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
          एसडीओपी सुश्री बाज ने ग्रामीण क्षेत्र से आए महिलाओं से चर्चा कर उनका कुशलक्षेम जाना और कहा कि महिलाएं आज किसी से कम नहीं है, उनकी सुरक्षा के लिए कानूनी प्रावधान बने हुए है, महिलाओं के विधिक अधिकारों तथा बच्चों से संबंधित अधिकारों की सुरक्षा हेतु कानून में क्या क्या प्रावधान किये गये है इस संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आप सभी इस कार्यक्रम से प्राप्त जानकारियों को अपने आस पड़ोस की महिलाओं से जरूर शेयर करें ताकि उनमें भी जागरूकता आ सके। एसडीओपी ने महिलाओं को अपना मोबाइल नंबर भी उपलब्ध कराया ताकि वे अपनी समस्या बता सकें।
          चौकी प्रभारी चेन्द्रा आराधना बनोदे व चौकी प्रभारी बसदेई सुनीता भारद्धाज ने आनलाइन खतरे, आनलाइन सीखने के दौरान खतरे, गेम खेलते समय खतरे, मुफ्त डाउनलोड्स से खतरे, सोशल मीडिया से खतरे व आनलाइन चैटिंग के जरिए खतरे, सायबर ठगी, एटीएम फ्राड, मोबाईल ठगी की जानकारी दी साथ ही महिला संबंधी अपराध से बचाव महिलाओं तथा बच्चों की सुरक्षा में गुड टच बैड टच के बारे में बताया।
          इस दौरान थाना प्रभारी झिलमिली रामसाय पैंकरा, थाना के अधिकारी-कर्मचारी सहित काफी संख्या में आसपास क्षेत्र की ग्रामीण महिलाएं व स्व सहायता समूह से जुड़े महिलाएं उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।