गुरुवार, 6 फ़रवरी 2020

पुलिस अधीक्षक श्री राजेश कुकरेजा ने थाना-चौकी प्रभारियों को दी सख्त हिदायत.....

महिलाओं व बच्चों से संबंधित मामलों का जल्द निराकरण करने दिए निर्देश।

कम्युनिटी पुलिसिंग बढ़ाने पर दिया जोर।

सूरजपुर। थानों में पंजीबद्व अपराधों खासकर महिलाओं व बच्चों से संबंधित अपराधों में त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित करते हुए पंजीबद्व मामलों की गंभीरता व संवेदनशीलता के आधार पर निराकरण करने एवं पीड़ितों को जल्द न्याय मिले इस हेतु प्रकरण का चालान न्यायालय में पेश हो इसी उद्धेश्य से पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा ने गुरूवार 06 फरवरी 2020 को जिला पुलिस कार्यालय के सभाकक्ष में पुलिस अधिकारियों व थाना-चौकी प्रभारियों एवं इन मामलों की जांच कर रहे विवेचकों की बैठक ली।
            बैठक में पुलिस अधीक्षक ने जिले के सभी थाना-चैकी प्रभारियों से उनके यहां लंबित महिलाओं व बच्चों से संबंधित अपराधों के बारे में विस्तृत जानकारी ली और उन्हें जल्द निराकरण करने के निर्देश दिए। कई मामलों में आरोपीगण दिगर राज्य के होने की जानकारी पर आरोपियों की धरपकड़ हेतु पुलिस टीम को दिगर राज्य विधिवत् जाने के निर्देश दिए। उन्होंने थाना में आने वाले फरियादियों की शिकायत अथवा समस्या को गंभीरतापूर्वक सुनकर त्वरित कार्यवाही करने, महिलाओं एवं बच्चों के आने-जाने वाले ऐसे स्थान जो सुनसान हो उन स्थानों पर पेट्रोलिंग करने, रात्रि के वक्त रेलवे स्टेशन, बस स्टापेज पर बस व अन्य सवारी वाहनों की आकस्मिक चेकिंग एवं ड्यूटी आने एवं वापस लौटते के दौरान संदिग्धों पर पैनी नजर रखने एवं अवैध कार्यो में लिप्त लोगों के विरूद्व सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए। इस दौरान पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारियों को कहा कि कम्युनिटी पुलिसिंग के तहत् थानों के दुरस्त ग्रामों में चलित थाना का आयोजन कर ग्रामीणों के शिकायतों का मौके पर ही निराकरण करें।
      इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर, एएसपी मुख्यालय पी.एस.महिलाने, एसडीओपी प्रेमनगर प्रकाश सोनी, एसडीओपी ओड़गी मंजूलता बाज, डीएसपी अजाक बालसाय केरकेट्टा, जिले के समस्त थाना-चौकी प्रभारी सहित पुलिस के अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।