शुक्रवार, 7 फ़रवरी 2020

पुलिस अधीक्षक सूरजपुर ने बैंकों की सुरक्षा परखने चलाया विशेष अभियान......

50 से अधिक बैंकों का पुलिस टीम ने किया सुरक्षा आडिट।

बैंकों के आसपास संदिग्धों की भी हुई छानबीन।

सूरजपुर। पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा के निर्देश के बाद जिले के समस्त थाना-चौकी प्रभारियों एवं पुलिस की कई टीमों ने बैंकों की सुरक्षा आडिट का अभियान चलाया। इस दौरान सभी थाना-चौकी क्षेत्रों के बैंकों की तलाशी लेकर सायरन के साथ ही सीसीटीवी कैमरों की जांच की। पुलिस के अधिकारियों ने बैंक की सुरक्षा व्यवस्था, बैंक परिसर में संदिग्ध व्यक्तियों की चेकिंग, बैंक के ग्राहक किसी प्रकार की ठगी का शिकार न हो, बैंक में लगे सुरक्षा अलार्म सिस्टम ठीक ढंग से काम कर रहे है अथवा नहीं इसे अपनी उपस्थिति में चेक करवाया।
             पुलिस अधिकारियों ने जिन बैंक में गार्ड नहीं पाए उन बैंक प्रबंधकों को सुरक्षा गार्ड की व्यवस्था करने के साथ ही सुरक्षा को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए और बैंक के निकास व प्रवेश द्वार की जानकारी ली। जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस के द्वारा बैंक के साथ ही एटीएम की भी सुरक्षा का जायजा लिया। शुक्रवार 07 फरवरी को जिले की पुलिस ने एसबीआई, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई, सरगुजा क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, सेन्ट्रल बैंक, देना बैंक, एक्सिस बैंक, आईडीबीआई, बैंक आफ इंडिया, यूनियन बैंक सहित 50 से अधिक बैंकों की जांच की।
पुलिस के जांच अभियान में बैंक में भीड़ लगाए लोग अचानक पुलिस को आया देख लाइन में खड़े हो गए। वहीं बिना काम के बैंक में मौजूद लोगों से पुलिस ने पूछतांछ के बाद बाहर का रास्ता दिखाया। संदिग्ध रूप से बैंक में मौजूद लोगों की पुलिस ने तलाशी ली और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बैंकों के शाखा प्रबंधकों को आवश्यक निर्देश दी।
               पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस ने बैंक अधिकारियों को जांच के दौरान समझाइश दी कि बैंक की सुरक्षा में पाए गए कमियों को जल्द दुरूस्त कराये, जिन बैंकों में गार्ड नहीं है उन शाखा प्रबंधकों को जल्द ही सुरक्षा गार्ड रखने के निर्देश दिए गए है। थाना प्रभारियों ने बैंक के शाखा प्रबंधकों से मुलाकात कर बैंक के सामान्य कामकाज की जानकारी ली और उन्हें बैंक के बाहर तथा सड़क तक फोकस करने हेतु सीसीटीव्ही कैमरा लगवाने एवं सीसीटीव्ही फुटेज पर हर समय निगरानी रखने को कहा है। बैंक की सुरक्षा एवं ग्रामीणजन किसी प्रकार की ठगी का शिकार न हो इसकी रोकथाम समेत सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए पुलिस बैंकों की जांच कर रही है। बैंकों में आगजनी से बचाव के उपकरणों का भी जायजा लिया गया। बैंकों के शाखा प्रबंधकों व स्टाफ के साथ सुरक्षा पर चर्चा कर उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस प्रकार से औचक निरीक्षण लगातार जारी रहेगा।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।