बुधवार, 18 दिसंबर 2024

बंधक बनाकर मारपीट करने व एसिड से जलाने के मामले में थाना जयनगर पुलिस ने 5 आरोपियों को किया गिरफ्तार।

सूरजपुर। दिनांक 11.12.2024 को ग्राम कमलपुर निवासी शंख प्रसाद अगरिया ने थाना जयनगर में रिपोर्ट दर्ज कराया कि पिता का अचानक निधन होने पर दशगात्र व अन्य शोक कार्यक्रम होने के बाद दिनांक 01.12.2024 को पहली पत्नी कामेश्वरी, बहन कुन्ती, रीमा, दामाद जोगेश्वर, जयप्रकाश मिलकर पिता के क्रियाक्रम के लिए पैसों की जरूर होने से पिता के नाम का 80 डिसमिल जमीन को गिरवी रखने की बात को लेकर सभी गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी देकर लोहे के हुक, हथौड़ी व हाथ मुक्का से मारपीट किए तथा दिनांक 1 दिसम्बर से 11 दिसम्बर 2024 तक बंधक बनाकर रखे थे आज मौका पाकर पड़ोस में गया और मोबाईल से दूसरी पत्नी को घटना के बारे में बताया तब वह आई और इलाज कराने विश्रामपुर और सूरजपुर अस्पताल लेकर गई जहां से अम्बिकापुर रेफर कर दिए। जयप्रकाश गले में कोई ज्वलनशील पदार्थ एसिड को डालकर जला दिया है। प्रार्थी की रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 255/24 धारा 124(1), 296, 351(3), 115(2), 191(2), 191(3), 127(4) बीएनएस के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया।
              मामले को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। एसडीओपी सूरजपुर नंदिनी ठाकुर के मार्गदर्शन में थाना जयनगर पुलिस ने विवेचना कर दबिश देकर आरोपी (1) कामेश्वरी पति शंख प्रसाद अगरिया उम्र 40 वर्ष (2) कुन्ती पति जोगेन्दर वर्मा उम्र 32 वर्ष (3) रीमा अगरिया पति जयप्रकाश उम्र 24 वर्ष (4) जोगेन्दर वर्मा उर्फ जोगेश्वर पिता रामरूप वर्मा उम्र 35 वर्ष (5) जयप्रकाश पिता शिवराम अगरिया उम्र 32 साल सभी निवासी ग्राम कमलपुर थाना जयनगर को पकड़ा गया। पूछताछ पर आरोपियों ने जुर्म कबूल किया जिनके निशानदेही पर घटना में लोहे का पंजा व रॉड जप्त कर पांचों आरोपियेां को गिरफ्तार किया है। थाना प्रभारी जयनगर नरेन्द्र सिंह, एएसआई रघुवशं सिंह, प्रधान आरक्षक राजेन्द्र सिंह, आरक्षक विकास मिश्रा, भुवनेश्वर सिंह, महिला आरक्षक शर्मिला पैंकरा, प्रमिला कुजूर सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।