गुरुवार, 15 दिसंबर 2022

बभनी उत्तरप्रदेश के नशीली कफ सिरप सप्लाई चैन पर चौकी बसदेई पुलिस ने किया कार्यवाही। मेडिकल स्टोर संचालक सहित 2 आरोपी गिरफ्तार

सूरजपुर। बीते 08 दिसम्बर को चौकी बसदेई पुलिस ने मुखबीर की सूचना पर रेलवे स्टेशन उंचडीह के पास घेराबंदी कर आरोपी मंगल राजवाड़े उम्र 28 वर्ष निवासी ग्राम पसला, थाना सूरजपुर को पकड़ा था जिसके कब्जे से ओनरेक्स कफ सिरप 150 नग जिसकी बाजारू कीमत करीब 1 लाख 12 हजार रूपये को जप्त एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्यवाही किया था। पूछताछ पर आरोपी ने बताया था कि सोनभद्र जिला के बैजू ठाकुर से नशीली कफ सिरप लिया था, नशीली कफ सिरप को मॉ अम्बे मेडिकल स्टोर बभनी के संचालक राकेश कुमार के द्वारा बिक्री करवाया जाता है। पुलिस महानिरीक्षक, सरगुजा रेंज श्री रामगोपाल गर्ग व पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री रामकृष्ण साहू ने नशे की वस्तु के सप्लाई चैन को तोड़ने एवं मामले में संलिप्त आरोपियों की धरपकड़ करने के निर्देश दिए थे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह व एसडीओपी सूरजपुर प्रकाश सोनी के मार्गदर्शन में चौकी प्रभारी बसदेई बृजेश यादव पुलिस टीम के साथ बीते दिन बभनी में दबिश देकर मेडिकल स्टोर संचालक आरोपी राकेश कुमार पिता सुदर्शन प्रसाद उम्र 24 वर्ष निवासी जूर्रा, थाना म्योरपुर, जिला सोनभद्र, हाल मुकाम बभनी, जिला सोनभद्र उत्तरप्रदेश एवं उसके साथी बैजनाथ शर्मा उर्फ बैजू ठाकुर पिता स्व. रामकिशोर शर्मा उम्र 22 वर्ष निवासी बभनी जिला सोनभद्र उत्तरप्रदेश को पकड़ा गया। पूछताछ पर मेडिकल स्टोर संचालक आरोपी राकेश ने बताया कि स्टोर में कफ सिरप को मंगाने के बाद पकड़े जाने के डर से बैजू ठाकुर के माध्यम से बिक्री करवाता था। आरोपियों के द्वारा प्रतिबंधित कफ सिरप का अवैध रूप से व्यापार का वित्त पोषण करना, अपराध में इनके द्वारा दुष्प्रेरण और अपराधिक षड़यंत्र करना पाए जाने पर धारा 21(सी), 27(ए), 29 एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्यवाही कर दोनों को विधिवत् गिरफ्तार किया गया। इस कार्यवाही में चौकी प्रभारी बसदेई बृजेश यादव, एएसआई लक्ष्मी प्रसाद गुप्ता, प्रधान आरक्षक आनंद सिंह, आरक्षक अमित सिंह, अभय तिवारी व देवदत्त दुबे सक्रिय रहे। 

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।