बुधवार, 15 जनवरी 2020

नशीली दवाओं के साथ 1 आरोपी गिरफ्तार, भटगांव पुलिस की कार्यवाही.......





सूरजपुर: भटगांव पुलिस ने एक व्यक्ति से 4 हजार 7 सौ रूपये कीमत के नशीली कफ सिरप व टेबलेट के साथ गिरफ्तार किया है। बुधवार 15 जनवरी को पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा को मुखबीर से सूचना मिली कि हरिकेश जायसवाल नशीली दवाओं को खरीद-बिक्री करने हेतु छाबड़ा बस से जरही की ओर जा रहा है। सूचना पर पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारी भटगांव किशोर केंवट को नशीली दवा के कारोबार करने वाले को सर्तकता बरतते हुए घेराबंदी कर पकड़ने के निर्देश दिए।

            अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी भटगांव पुलिस टीम के साथ जरही बस स्टैण्ड पहुंचे उसी दौरान छाबड़ा बस आकर रूकी, बस में पुलिस टीम को चढ़ते देखकर हरिकेश जायसवाल खिड़की से भागने का प्रयास किया जिसे पुलिस टीम ने धरदबोचा। पुलिस ने हरिकेश जायसवाल के कब्जे से 210 नग अल्ट्रासेफ टेबलेट, 60 नग प्रोक्सीवेन प्लस, 446 नग स्पास्मो प्रोक्सीविन, 10 नग रेक्सकोप कफ सिरप एवं 05 नग कफरेक्स सिरप कीमत 4 हजार 7 सौ रूपये का जप्त कर धारा 21बी एनडीपीएस एक्ट के तहत् कार्यवाही कर आरोपी ग्राम तुलसी, चैकी लटोरी 37 वर्षीय हरिकेश जायसवाल पिता जगमोहन जायसवाल को विधिवत् गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया।

         पूछताछ पर आरोपी ने बताया कि वर्ष 2014 नशीली दवा बेचने के मामले में जेल जा चुका है। पकड़े गए इन नशीली दवाओं को रेनुकोट से लाकर ग्राम तुलसी, लटोरी व करंजी क्षेत्र के नशेड़ी प्रवृत्ति के लोगों को अधिक दर पर बेचकर लाभ अर्जित करता था। 

          इस कार्यवाही में थाना प्रभारी भटगांव किशोर केंवट, प्रधान आरक्षक संजय चैहान, राजेश यादव, आरक्षक विनोद प्रताप सिंह व नौशाद अहमद सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।