शनिवार, 18 जनवरी 2020

सूरजपुर में 31वां सड़क सुरक्षा सप्ताह का हुआ समापन........

*कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक ने गुड सेमेटिरन व डायल 108 के कर्मचारियों को किया सम्मानित।*

*सुरक्षा सप्ताह के दौरान पुलिस ने कई आयोजनों के माध्यम से लोगों को किया जागरूक।*

*यातायात नियमों का पालन कर अपने साथ-साथ दूसरों की सुरक्षा में भी दे योगदान।*

सूरजपुर। 31वां राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह जो 11 जनवरी से प्रारंभ हुआ था जिसका शुक्रवार 17 जनवरी 2020 को समापन हुआ। सूरजपुर पुलिस के द्वारा समापन कार्यक्रम नगर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आयोजित किया जिसमें सड़क दुर्घटना में घायलों को तत्काल अस्पतालों में पहुंचने वाले *देवदुत डायल 108 के कर्मचारियों एवं गुड सेमेटिरन* को सम्मानित करते हुए *कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक* ने इन्हें स्मृति चिन्ह प्रदाय किया गया।
             इस दौरान *कलेक्टर सूरजपुर श्री दीपक सोनी* ने कहा कि हमें सड़क पर अपनी सुरक्षा के लिए जागरूक रहना चाहिए, जब कम्यूनिटी मूव्हमेंट बनता है तो अपने आप लोग जागरूक होकर सड़क सुरक्षा के नियमों से जुड़ने लगते है, केवल एक सप्ताह में ही हम अपने लक्ष्यों को प्राप्त नहीं कर सकते इसके लिए हमें निरंतर प्रयास करने होंगे। पुलिस अधीक्षक के जिले में पदस्थापना के बाद से अवैध कार्यो पर रोक लगी है, इनके नेतृत्व में सड़क सुरक्षा सप्ताह का क्रियान्वयन बेहतर रूप से किए जाने पर पुलिस अधीक्षक व उनकी टीम को बधाई देते हुए कहा कि पहली बार देखने को मिला कि इन सातों दिनों में कोई न कोई नई गतिविधि देखने को मिली जिसमें हेलमेट रैली, स्कूलों में बच्चों को यातायात नियमों की जानकारी देना, यातायात नियमों के पालन पर लोगों को फूल देकर सम्मानित करना, चालकों के नेत्र व स्वास्थ्य परीक्षण का आयोजन किया गया इस प्रकार के आयोजनों से लोगों में जागरूकता आई है। *कलेक्टर श्री सोनी* ने कहा कि हमारे बीच काफी संख्या में गुड सेमेटिरन मौजूद है जो दुर्घटना में घायलों को उपचार हेतु चिकित्सालय पहुंचाते है। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान पुलिस के द्वारा किए कार्य को नागरिकगण न्यूज एवं समाचार पत्रों के माध्यम से पढ़कर अवगत होकर भी यातायात नियमों को पालन कर रहे है।
           इस अवसर पर *पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा* ने कहा कि 31वां राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह जिले में 11 जनवरी से 17 जनवरी 2020 तक मनाया गया जिसका आज समापन है परन्तु ऐसा नहीं है कि केवल सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान ही पुलिस के द्वारा यातायात जागरूकता को लेकर कार्य करेगी बल्कि यह अभियान लगातार जारी रहेगा। सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान जिले की पुलिस ने लगभग 1500 लोगों का स्वास्थ्य व नेत्र परीक्षण कराया, वाहनों के प्रदूषण चेकअप शिविर लगाई गई, सैकड़ों स्कूलों में जाकर बच्चों को यातायात नियमों से वाकिफ कराया एवं उन्हें यातायात नियमों के पालन करने हेतु शपथ दिलाया। इस कार्य में जिले के थाना-चौकी प्रभारियों के अलावा जिले के राजपत्रित अधिकारीगण भी सक्रिय रहे। पुलिस के इस सार्थक प्रयास से जिले के लोगों में यातायात नियमों के प्रति काफी जागरूकता देखी गई और लोग अब बाईक चलाने के दौरान हेलमेट का इस्तेमाल करते दिख रहे है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि सड़क सुरक्षा सप्ताह एक ऐसा अवसर है जब हम जीवन और इसके सुरक्षा का महत्व समझ सकते है और इस बात पर विचार कर सकते हैं कि यातायात नियमों का पालन करके हम ना सिर्फ अपनी जान बचा पायेंगे बल्कि की दूसरों की भी रक्षा कर पायेंगे। अगर आप प्रत्यक्ष रुप से इन अभियानों में शामिल नही हो पाते है तो भी आप इन नियमों को मानकर इसमें काफी सहयोग दे सकते है। चाहे कितने भी नियम बना दिये जाये पर आपको यह बात याद रखनी चाहिए की आपके जीवन की सुरक्षा आपके खुदके हाथों में होती है और यातायात नियमों का पालन करके आप अपने साथ-साथ दूसरों की सुरक्षा में भी योगदान दे सकते है।

*31वां राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान हुए कार्यक्रम:-*

*पुलिस अधीक्षक* ने बताया कि सड़क सुरक्षा सप्ताह के प्रथम दिवस हेलमेट विथ बाईक रैली, स्कूल/कालेजों में सड़क सुरक्षा का प्रचार-प्रसार, सड़क सुरक्षा से संबंधित पम्पलेट का वितरण, महत्वपूर्ण चौक-चौराहों में बैनर/पोस्टर लगाई गई। दूसरे दिन वाहन चालकों का स्वास्थ्य व नेत्र परीक्षण, तीसरे दिन सड़क सुरक्षा सप्ताह का उद्घाटन, सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के संबंध में जागरूकता, डाईविंग लायसेंस वितरण, चौथे दिन वाहनों का प्रदुषण चेकअप, पांचवे दिन चौक-चौराहों में वाहन चालकों को यातायात नियमों का पालन करने पर उन्हें गुलाब देकर सम्मानित व प्रोत्साहित किया गया, छठवें व सातवें दिन स्कूल, कालेजों में यातायात नियमों की जानकारी दिया गया। इस अभियान का आयोजन करने का लक्ष्य सड़क सुरक्षा के लिए सिर्फ साधारण नियमों का पालन करना नहीं बल्कि सुरक्षित सड़क यात्रा पर जोर देना भी था।


*गुड सेमेटिरन व डायल 108 को किया गया सम्मानित।*सड़क सुरक्षा सप्ताह के समापन अवसर पर *कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक* ने गुड सेमेटिरन जरही निवासी जे.पी.गुप्ता व देवेन्द्र सिंह तथा डायल 108 के कर्मचारी निजाम अंसारी, अब्दुल हक खान, अजय साहू, भरतलाल साहू, सुरेन्द्र जायसवाल, गंगा प्रसाद साहू को सड़क दुर्घटना में घायलों को तत्काल चिकित्सालय पहुंचाने पर उनके अमूल्य सहयोग, सेवा व समर्पण तथा लोगों की मदद के जज्बे के लिए सम्मानित करते हुए स्मृति चिन्ह प्रदाय किया।


परिवहन विभाग के जिला सड़क सुरक्षा समिति सूरजपुर की ओर से जिला परिवहन अधिकारी अतुल असैय्या ने कलेक्टर श्री दीपक सोनी, पुलिस अधीक्षक श्री राजेश कुकरेजा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. आर.एस.सिंह व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री हरीश राठौर को स्मृति चिन्ह भेंट किया। आभार प्रदर्शन सीएसपी जे.पी.भारतेन्दु ने किया तथा मंच का सफल संचालन डीएसपी रामश्रृंगार यादव के द्वारा किया गया। इस दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. आर.एस.सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर, एसडीएम शिव बनर्जी, जिला परिवहन अधिकारी अतुल असैय्या, सीएसपी जे.पी.भारतेन्दु, एसडीओपी प्रेमनगर प्रकाश सोनी, डीएसपी रामश्रृंगार यादव, थाना प्रभारी धर्मानंद शुक्ला, किशोर केंवट, कपिलदेव पाण्डेय, दीपक पासवान, जमाल फिरदौसी, केश्वर नारायण आदित्य, यातायात प्रभारी आर.सी.राय, रेडियों प्रभारी व्ही.एस.जादौन, नगर पालिका के कर्मचारी,पुलिस के कई अधिकारी-कर्मचारी, स्कूली छात्र-छात्राएं, पत्रकारगण सहित काफी संख्या में गणमान्य नागरिकगण मौजूद रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

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सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।