बुधवार, 15 जनवरी 2020

सीएसपी ने हेलमेट पहनकर बाईक चलाने वालों को फूल देकर किया सम्मानित........


यातायात नियमों, संकेतकों को ध्यान में रखकर सुरक्षित तरीके से वाहन चलाने दी समझाईश...

सूरजपुर: 31वां राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह के पांचवे दिन जिले की पुलिस ने हेलमेट पहनकर बाईक चलाने वालों को फूल देकर प्रोत्साहित किया। सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत् आमजनों को यातायात नियमों की जानकारी देने एवं हेलमेट पहनने हेतु प्रोत्साहित करने के निर्देश पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा ने दिए थे जिसके तारतम्य में पुलिस अधिकारियों ने आमजनों तक यातायात नियमों की जानकारी पहुंचाने हेतु कई सार्थक प्रयास कर रही है। 
           बुधवार 15 जनवरी को सीएसपी जे.पी.भारतेन्दु ने नेशनल हाईवे 43 सूरजपुर के माताकर्ता चैक एवं विश्रामपुर के अम्बेडकर चैक पर हेलमेट पहनकर बाईक चलाने वालों को फूल देकर सम्मानित एवं प्रोत्साहित किया। सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने और यातायात नियमों के प्रति आमजन में जन जागरूकता पैदा करने के मकसद से पुलिस ने यह कदम उठाया है। सीएसपी ने बाईक चालकों को कहा कि हेलमेट पहनकर ही वाहन चलाए, नशे में गाड़ी न चलाने और ओवर स्पीड के नफा-नुकसान से अवगत कराया। वाहन चलाते समय किसी भी हालात में मोबाइल फोन का प्रयोग न करने हेतु कहा। उन्होंने कहा कि वाहन चालकों को लाइसेंस बनवाने के पश्चात ही वाहन चलानी चाहिए, ओवर स्पीड व किसी प्रकार का स्टंट न करें, यातायात नियमों, मार्गों पर स्थापित संकेतकों को ध्यान में रखकर सुरक्षित तरीके से वाहन चलाने की समझाईश दी।
              इस दौरान यातायात प्रभारी आर.सी.राय, एएसआई बृजेश यादव सहित यातायात अमला सक्रिय रहा।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।