सोमवार, 25 फ़रवरी 2019

सूरजपुर पुलिस ने आगामी त्यौहार के परिपेक्ष्य में शांति समिति की बैठक ली



सूरजपुर। आगामी दिनों में आने वाले त्यौहार को दृष्टिगत् रखते हुए क्षेत्र के सर्व समुदाय के गणमान्य नागरिकों की शांति समिति की बैठक आयोजित करने के निर्देश पुलिस महानिरीक्षक, सरगुजा रेंज श्री हिमांशु गुप्ता ने दिए थे। इसी परिप्रेक्ष्य में पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल के द्वारा जिले के राजपत्रित अधिकारियों सहित सभी थाना-चौकी प्रभारियों को सर्व समुदाय के गणमान्य नागरिकों, जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में शांति समिति की बैठक आयोजित करने हेतु निर्देशित किया था।निर्देश के परिपालन में सोमवार 25 फरवरी को कोतवाली थाना परिसर में सर्व समुदाय के गणमान्य नागरिकों, जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में शांति समिति की बैठक आहुत की गई। सीएसपी डी.के.सिंह के मार्गदर्शन में ली गई बैठक में थाना प्रभारी सूरजपुर ए0टोप्पो के द्वारा परंपरागत सद्भाव एवं भाईचारे के साथ उल्लासपूर्वक त्यौहार मनाने की अपील की। उन्होंने धार्मिक उन्माद की बातों से परहेज करने, किसी भी प्रतिकूल परिस्थिति में पुलिस को तत्काल सूचित करने, असामाजिक तत्वों की सूचना देने, किसी भी धर्म/समाज के विरूद्व उत्तेजक/अपमानजनक नारों/गानों का उपयोग नहीं करने, सोशल मीडिया में किसी भी धर्म/समाज के विरूद्ध उत्तेजक अथवा अपमानजनक बातें/पोस्ट नहीं डालने अथवा न ही फाॅरवर्ड करने की अपील की। कोतवाली में ली गई शांति समिति की बैठक में ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष अश्वनी सिंह, संजय डोसी, कालीचरण अग्रवाल, मनोज डालमिया, नपा उपाध्यक्ष अजय अग्रवाल, महिला कांग्रेस अध्यक्ष कुसुमलता राजवाड़े, पार्षदगण सहित काफी संख्या में गणमान्य नागरिकगण उपस्थित रहे।

जिले के राजपत्रित अधिकारी सहित अन्य थाना चौकी प्रभारियों के द्वारा भी आगामी त्यौहार के मद्देनजर शांति समिति की बैठक आयोजित की।








'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।