गुरुवार, 8 मई 2025

सूरजपुर पुलिस ने पुलिस अधिकारी व जवानों को दिए नए तीन कानूनों के बारे में प्रशिक्षण। नए कानूनों का लगातार अध्ययन कर अपडेट रहने से कार्य में नहीं होगी कोई कठिनाई-डीआईजी/एसएसपी सूरजपुर।

 

सूरजपुर। डीआईजी व एसएसपी श्री प्रशांत कुमार ठाकुर की अध्यक्षता में तीन नए कानून भारतीय न्याय संहिता 2023,  भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 तथा भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023 के संबंध में गुरूवार, 10 अप्रैल 2025 को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो, एसडीओपी सूरजपुर अभिषेक पैंकरा, एसडीओपी प्रतापपुर सौरभ उईके, डीएसपी अनूप एक्का, रितेश चौधरी के द्वारा पुलिस अधिकारी व जवानों को तीन नए कानून के प्रावधानों का विस्तार से जानकारी दिया।
              इस अवसर पर डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने कहा कि प्रत्येक नागरिक किसी न किसी प्रकार से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप में कानून से जुडा होता है। इसलिए ये आवश्यक है कि हम सभी कानून में हुए बदलाव को लगातार अध्ययन करें व इसे समझे। जब हम अपडेट रहेंगे तो कार्य करने में कोई कठिनाई नहीं आयेगी, अपराध पंजीबद्ध कर आरोपी की गिरफ्तारी के बाद पुख्ता साक्ष्य संकलित कर आरोपी को न्यायालय से सजा दिलाने, नये कानून में ‘जीरो एफआईआर’, पुलिस में ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराना, इलेक्ट्रॉनिक माध्यम जैसे कि ‘एसएमएस’ (मोबाइल फोन पर संदेश) के जरिये समन भेजने और सभी जघन्य अपराधों के वारदात स्थल की अनिवार्य वीडियोग्राफी जैसे प्रावधान शामिल किए गए है जिसका कड़ाई से पालन सुनिश्चित करें।
               डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर ने पुलिस अधिकारी व जवानों को कहा कि पुलिस का मुख्य कर्तव्य अपराध की रोकथाम और कानून व्यवस्था को बनाए रखना है इस कसौटी पर खरा उतरने सभी तत्परता से कार्य करें, पुलिस का उद्देश्य नागरिकों में सुरक्षा की भावना को बढ़ाना और उनके परिवार की चिंता को कम करना है इसके लिए संवेदनशील होकर कार्य करें। महिला संबंधी अपराधों की विवेचना में पूर्ण सावधानी बरतने के निर्देश दिए। शिकायतों को संवेदनशीलता और सहानुभूति के साथ सुनने, शिकायतों पर त्वरित और प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करने, पदस्थापना वाले क्षेत्र में निरंतर जागरूकता अभियान चलाने ताकि ज्यादा से ज्यादा महिलाओं एवं बच्चों को नवीन कानूनों के बारे में जानकारी मिल सके साथ ही वर्तमान दौर में आमजन ठगी का शिकार न हो उसके उपाए से अवगत कराने के निर्देश दिए। इस प्रशिक्षण में जिले के पुलिस अधिकारी व जवान शामील हुए।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।