गुरुवार, 8 मई 2025

अक्षयपुर में हुए डकैती मामले में रामानुजनगर पुलिस ने 2 और आरोपियों को किया गिरफ्तार।

 

सूरजपुर। अक्षयपुर में निर्माणाधीन पुल के निर्माण कार्य का चौकीदार ग्राम पम्पानगर निवासी चेतन प्रजापति ने थाना रामानुजनगर में रिपोर्ट दर्ज कराया कि 27 जून 2022 के भोर में 2 पिकअप वाहन द्धारिकापुर तरफ से अक्षयपुर तरफ गया उसके थोडी देर बाद 12-14 अज्ञात व्यक्ति आए और इसे पकड़ लिए और चाकू दिखाकर इसका मोबाईल लूटते हुए कैम्प में रहने वाले लोगों की जानकारी लेकर सभी रूम को खोलवाकर मजदूरों को जगाकर डरा धमकाकर बंधक बनाकर पुलिया निर्माण के लिए रखे लोहे के करीब 40-42 नग सेन्ट्रींग प्लेट एवं 4 नग और मोबाईल फोन को लूटकर ले गए। प्रार्थी की रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 148/22 धारा 395 भादसं. के तहत मामला पंजीबद्ध करते हुए पूर्व में 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर सेन्ट्रींग प्लेट, 2 पिकअप वाहन सहित अन्य वस्तु जप्त किया था। वहीं अन्य आरोपी फरार थे जिनकी पतासाजी की जा रही थी।
              डीआईजी व एसएसपी श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने पुराने लंबित गंभीर अपराधों मामलों की समीक्षा करते हुए फरार आरोपियों की गंभीरतापूर्वक पतासाजी कर पकड़ने के निर्देश थाना-चौकी प्रभारियों को दिए है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो व एसडीओपी प्रेमनगर नरेन्द्र सिंह पुजारी के मार्गदर्शन में थाना रामानुजनगर की पुलिस आरोपियों की पतासाजी में लगी थी इसी बीच मुखबीर की सूचना पर आरोपी (1) कुलदीप उर्फ बब्लू पिता लखन लाल उम्र 25 वर्ष निवासी मानिकपुर वार्ड क्र. 33 चौकी मानिकपुर थाना कोतवाली कोरबा (2) बुन्देश्वर रात्रे उर्फ बुधिया पिता भरत रात्रे उम्र 20 वर्ष निवासी मानिकपुर वार्ड क्र0 33 चौकी मानिकपुर थाना कोरबा कोतवाली जिला कोरबा को दबिश देकर पकड़ा गया। पूछताछ पर आरोपियों ने अपने साथियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया जिन्हें गिरफ्तार किया गया। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी रामानुजनगर राजेन्द्र साहू, एएसआई क्षेत्रपाल सिंह व आरक्षक अमलेश्वर कुमार सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।