बुधवार, 2 अप्रैल 2025

अंधे कत्ल का खुलासा कर थाना झिलमिली पुलिस ने 1 आरोपी को किया गिरफ्तार।

 

सूरजपुर। दिनांक 15.01.2025 को ग्राम पटियाडांड झिलमिली निवासी अलीराम देवांगन ने थाना झिलमिली में सूचना दिया कि बहन विमला अपने घर के बाहर डांड में मृत एवं संदिग्ध हाल में पड़ी हुई है जिसकी हत्या करने का संदेह व्यक्त किया। सूचना पर पुलिस ने मर्ग कायम कर मौके पर पहुंची और शव पंचनामा के बाद मृतिका का पीएम कराया गया, पीएम रिपोर्ट में डॉक्टर के द्वारा मृतिका की मृत्यु का कारण हत्यात्मक लेख किए जाने पर अपराध क्रमांक 12/25 धारा 103(1) बीएनएस के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया।
                डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने मामले की गंभीरता को देखते हेतु थाना प्रभारी को पूख्ता साक्ष्य संकलन करते हुए आरोपी की पतासाजी कर जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए।
                थाना प्रभारी झिलमिली नसीमुद्दीन ने मामले को गंभीरतापूर्वक विवेचना कर पाए गए तथ्यों तथा लहरू का मृतिका से घटना दिनांक के पूर्व हुए विवाद के आधार पर संदेही लहरू बरगाह को दबिश देकर पकड़ा। पूछताछ पर उसने घटना को अंजाम देना स्वीकार कर बताया कि मृतिका का बेटा इसकी बड़ी बेटी को भगाकर ले गया है जिस बात को लेकर घटना दिनांक की पूर्व संध्या में मृतिका एवं उसके परिवार वालों के साथ विवाद हुआ था इसी बात से क्षुब्ध होकर घटना दिनांक को मृतिका के परिवार वालों से विवाद होने पर मृतिका के घर वालों के द्वारा इसके घर के बाहर हल्ला विवाद कर इसके घर के दरवाजों को बाहर से बंद कर दिया गया, दिनांक 14.01.2025 के रात्रि में गमछा से चेहरे को ढककर दीवार को फांद कर रात्रि में मृतिका के घर जाकर उसका मुंह, गला दबाकर हत्या कर दिया इस दौरान गमछा वहीं छूट गया, जिस दीवाल को फांद कर गया था उसे 15 इंच और उंचा कर जोड़ाई कर दिया ताकि किसी को शक उस पर न जाए। आरोपी के निशानदेही पर गमछा बरामद कर आरोपी लहरू बरगाह पिता स्व. सीठू उम्र 45 वर्ष ग्राम पटियाडांड, थाना झिलमिली को गिरफ्तार किया गया। कार्यवाही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो व एसडीओपी ओड़गी राजेश जोशी के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी झिलमिली नसीमुद्दीन व उनकी टीम सक्रिय रही।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।