मंगलवार, 31 दिसंबर 2024

सूरजपुर पुलिस का नेत्र परीक्षण शिविर। वाहन चालक के नेत्र सही रहेंगे तो सफर के दौरान सड़क पर दुर्घटनाएं होगी कम।

सूरजपुर। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने यातायात नियमों के प्रति नागरिकों में जागरूकता लाने, सड़क दुर्घटना कम करने की रणनीति को लेकर यातायात प्रभारी को नेत्र परीक्षण शिविर का आयोजन कराने के निर्देश दिए है। इसी तारतम्य में यातायात प्रभारी के द्वारा सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाते हुए नेशनल हाईवे पर वाहन चालकों का नेत्र परीक्षण शिविर का आयोजन कर बस, ट्रक व छोटे-बड़े चार पहिया वाहन के चालकों का नेत्र का परीक्षण विशेषज्ञ डॉक्टर से कराया है। इस कैम्प में आंखों की जांच के लिए आए वाहन चालकों को यातायात प्रभारी ने यातायात नियमों का पालन कड़ाई से करने की समझाईश दी।
            सोमवार, 30 दिसम्बर 2024 को यातायात प्रभारी फर्दीनंद कुजूर ने नेशनल हाईवे पर रेड़ नदी के पास स्थित टोल प्लाजा में वाहन चालकों के लिए नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया। जिला चिकित्सालय के नेत्र चिकित्सक डॉ. मुकेश राजवाड़े ने 93 वाहन चालको की आंखों का परीक्षण किया गया जिनमें 63 चालकों के नेत्र सही पाया गया शेष चालकों को चश्मे की आवश्यकता पाई गई जिन्हें चश्मा लगाने की हिदायत देते हुए जरूरी दवाई दी गई। यातायात प्रभारी ने बताया कि इस कैंप का मुख्य उद्देश्य बस, ट्रक व छोटे चार पहिया वाहन के चालकों की आंखों की जांच कराना है। वाहन चालकों के नेत्र सही रहेंगे तो सफर के दौरान सड़क पर दुर्घटनाएं कम होगी और लोग सुरक्षित रहेंगे। इस दौरान एएसआई चमरू राम सहित यातायात के जवान  सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।