मंगलवार, 31 दिसंबर 2024

एसएसपी सूरजपुर ने पुराने वर्ष की बिदाई व नववर्ष के आगमन पर लगाया पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था, नए साल के जश्न पर पुलिस की रहेगी कड़ी नजर, नशे में या रैश ड्राइविंग पर होगी सख्त कार्रवाई।

 

सूरजपुर। अगर आप नए साल का जश्न मनाने जा रहे हैं और नशे में हैं या फिर रैश ड्राइविंग कर रहे हैं, तो सावधान हो जाएं, क्योंकि नए वर्ष में हुड़दंगियों को रोकने के लिए सूरजपुर पुलिस ने विशेष तैयारी की है। किसी परेशानी अथवा कार्यवाही से बचने के लिए संयमित रहकर नए वर्ष का जश्न मनाए अन्यथा पकड़े जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
              वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने वर्ष की विदाई व नववर्ष 2025 के आगमन पर जिले के सभी प्रमुख स्थानों, चौक-चौराहों, पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए है। एसएसपी ने पुलिस अधिकारियों की बैठक ली और पूरे जिले में सुरक्षा के कड़े इंतजाम सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले के सीएसपी/एसडीओपी सहित थाना-चौकी प्रभारियों को 31 दिसम्बर के रात्रि 7 बजे से रात्रि 1 बजे तक प्रभावी रूप से पैदल गश्त व पेट्रोलिंग करने, फिक्स प्वाईंट पर सजगता से चेकिंग करने, ड्रंक एंड ड्राईव और यातायात नियमों के उल्लघंन पर कार्यवाही तथा नए वर्ष में जिले के सभी पिकनिक स्थलों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था हेतु पर्याप्त संख्या में पुलिस के अधिकारी व जवानों की ड्यूटी लगाई है। असामाजिक तत्वों की प्रत्येक गतिविधियों पर सूरजपुर पुलिस की विशेष पैनी नजर रहेगी। बैठक में एएसपी संतोष महतो व थाना प्रभारीगण सहित अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।

नववर्ष के स्वागत के लिए पुलिस की विशेष तैयारी। 31 दिसंबर की रात से ही नए वर्ष का जश्न शुरू हो जाता है. इस दौरान पुलिस सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए विशेष इंतजाम कर रही है। एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने बताया कि इस दौरान ड्रंक एंड ड्राइव, रैश ड्राइविंग, दो पहिया वाहन में तीन सवारों की चेकिंग की जाएगी। इसके लिए जिले के थाना क्षेत्र में 22 चेकिंग प्वाइंट बनाए गए हैं। 31 दिसंबर को रात 7 बजे से 1 बजे तक और 1 जनवरी को दोपहर 12 बजे से रात्रि 9 बजे तक चेकिंग की जाएगी। ऐसे में नशे में या नियमों का उल्लंघन करते पकड़े जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।