मंगलवार, 6 अगस्त 2024

मवेशी चराने की बात को लेकर आरोपी ने दी थी हत्या की घटना को अंजाम, थाना रामानुजनगर पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार।

सूरजपुर। दिनांक 30.06.24 को ग्राम दवना निवासी सोहन पण्डो ने थाना रामानुजनगर में रिपोर्ट दर्ज कराया कि 29 जून को यह अपने परिजनों के साथ जंगल गए थे, शाम को इसकी लड़की की चिल्लाने की आवाज सुनकर जंगल की ओर गया तो देखा पिताजी बुद्धु राम जमीन पर पड़े थे गांव का राम नारायण सिंह कुछ दूरी पर खड़ा था पिताजी को उल्टा सीधा बोल रहा था जिन्हें बैठाकर पानी पिलाने पर नहीं पिये और फौत कर गए। सूचना पर मर्ग कायम कर जांच की गई। जांच के दौरान चश्मदीद गवाहों के कथन लिये गए। पीएम रिपोर्ट में डॉक्टर के द्वारा मृतक की मृत्यु गला दबाने से मृत्यु होना लेख करने पर आरोपी रामनारायण सिंह के विरूद्ध अपराध क्रमांक 115/24 धारा 302 भादसं. के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया।
          मामले की सूचना पर उप पुलिस महानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री एम.आर.आहिरे (भा.पु.से.) ने प्रकरण के आरोपी को जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। थाना रामानुजनगर पुलिस ने मामले की विवेचना करते हुए दबिश देकर आरोपी रामनारायण सिंह पिता स्व. शोभनाथ सिंह उम्र 55 वर्ष ग्राम दवना को पकड़ा गया। पूछताछ पर आरोपी ने मवेशी चराने की बात को लेकर मृतक की गला दबाकर हत्या करना स्वीकार किया जिसे विधिवत् गिरफ्तार किया गया। कार्यवाही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो व एसडीओपी प्रेमनगर नरेन्द्र सिंह पुजारी के मार्गदर्शन में नवपदस्थ थाना प्रभारी रामानुजनगर राजेन्द्र साहू, एएसआई मनोज पोर्ते, आरक्षक दीपक यादव, कृष्णा साहू, गजेन्द्र पाल व कौशलेन्द्र सिंह सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।