शुक्रवार, 13 जनवरी 2023

पुलिस अधीक्षक सूरजपुर ने स्कूली छात्राओं को बताए जीवन में यातायात नियमों का महत्व। छात्राओं को यातायात नियमों का पालन करने हेतु किया प्रोत्साहित

सूरजपुर। सड़क सुरक्षा सप्ताह के तीसरे दिन शुक्रवार को यातायात पुलिस के द्वारा विश्रामपुर स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के छात्राओं को बताया कि यातायात नियमों की जानकारी हमारे जीवन में क्या महत्व रखती है, जरा सी लापरवाही कितना भारी पड़ सकता है इसके बारे में अवगत कराते हुए यातायात नियमों का पालन करने की समझाईश दी।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री रामकृष्ण साहू (भा.पु.से.) ने छात्राओं को कहा कि सुरक्षा आपके हाथों में है, यातायात नियमों का पालन करने से आप सुरक्षित रहेंगे, क्योंकि दुर्घटनाएं यातायात नियमों का पालन नहीं करने के वजह से अधिक हो रही है। यातायात नियमों की जानकारी होने के बावजूद भी लोग उसका पालन नहीं करते है और वे दुर्घटना के शिकार होते है, जब भी सड़क पर निकले चौकन्ना रहे, सतर्कता बरतते हुए सफर करें।
                पुलिस अधीक्षक ने कहा कि हमें सड़क पर अपनी सुरक्षा के लिए जागरूक रहना चाहिए, जब कम्यूनिटी मूव्हमेंट बनता है तो अपने आप लोग जागरूक होकर सड़क सुरक्षा के नियमों से जुड़ने लगते है, केवल एक सप्ताह में ही हम अपने लक्ष्यों को प्राप्त नहीं कर सकते इसके लिए हमें निरंतर प्रयास करने होंगे, यातायात से जुड़े जानकारियों को आप औरों से साझा करें इससे हमें काफी सहयोग मिलेगा और दुर्घटनाओं को कम किया जा सकेगा।
                जिला परिवहन अधिकारी अमित कश्यम ने छात्रों को यातायात नियमों का पालन करना बहुत जरूरी है, जीवन को सुरक्षित बनाना है तो यातायात नियमों का पालन अवश्य करें। प्राचार्य आशीष भट्टाचार्य ने छात्राओं को कहा कि यातायात नियमों की जानकारी और उसका पालन कर हम सभी सुरक्षित रह सकेंगे, पुलिस प्रशासन को आश्वस्त किया कि विद्यालय के छात्राओं के द्वारा यातायात नियमों से संबंधित प्राप्त जानकारी को अपने परिजन और आसपड़ोस के लोगों से साझा करेंगे। इस दौरान यातायात प्रभारी बृजकिशोर पाण्डेय, पत्रकार नरेन्द्र जैन, गोपाल सिंह विद्रोही, सुशील सिंह ने भी यातायात से जुड़े जानकारियों को छात्राओं को अवगत कराया। इस दौरान विद्यालय के शिक्षकगण व स्कूली छात्राएं मौजूद रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।