सोमवार, 19 सितंबर 2022

गायत्री भूमिगत खदान से कोयला चोरी मामले में 5 गिरफ्तार, थाना सूरजपुर पुलिस की कार्यवाही


सूरजपुर। पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू ने अवैध कारोबार पर अंकुश लगाने के कड़े निर्देश पर थाना-चौकी की पुलिस के द्वारा अवैध धंधे पर लगातार कार्यवाही जारी है। बीते दिन गायत्री भूमिगत खदान के सुरक्षा प्रभारी कृष्ण कुमार दुबे ने थाना सूरजपुर पुलिस को मोबाईल पर सूचना दिया कि करीब 7-8 की संख्या में चोर गायत्री भूमिगत खदान में घुसकर 14 बोरी कोयला करीब 10 क्विंटल चोरी कर पोड़ी जंगल की ओर भागे है। सूचना मिलते ही थाना सूरजपुर की पुलिस मौके पर पहुंची जहां सुरक्षा प्रभारी ने बताया कि बेलटिकरी का शिवधारी सिंह, ग्राम सपकरा निवासी धनेश्वर राजवाड़े अपने अन्य 4-5 साथियों के साथ खदान के पीछे दीवाल के टूटे हुए क्षतिग्रस्त भाग से खदान परिसर में घुसकर कोल स्टाक के कोयला को बोरियों में भरकर बाहर ले जाकर अपने-अपने मोटर साईकिल व साईकिल में लोड कर पोड़ी जंगल की ओर भागे है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह व एसडीओपी प्रेमनगर प्रकाश सोनी के मार्गदर्शन में थाना सूरजपुर की पुलिस आरोपियों की पतासाजी करते हुए पोड़ी जंगल में घेराबंदी लगाए तभी कुछ लोग मोटर सायकल व सायकल में चोरी का कोयला बोरी में भरकर जाते दिखे। पुलिस को देखकर चोर सायकल व मोटर सायकल छोड़कर भागने लगे। पुलिस ने पीछा कर आरोपी (1) ओमप्रकाश राजवाड़े पिता खमेश्वर उम्र 20 वर्ष निवासी पेण्डरखी, थाना जयनगर (2) जगत पाल सिदार पिता बसंत राम उम्र 20 वर्ष (3) सुरेन्द्र सिंह पिता नान्हू राम उम्र 26 वर्ष निवासी भरतपुर, थाना सूरजपुर (4) शिवधारी सिंह पिता मोहन सिंह उम्र 32 वर्ष निवासी बेलटिकरी (5) धनेश्वर राजवाड़े पिता सिकुल राम उम्र 30 वर्ष निवासी सपकरा, थाना सूरजपुर को पकड़ा है। मौके से पुलिस ने 10 क्विंटन कोयला कीमत करीब 11 हजार रूपये, 4 मोटर सायकल व 3 सायकल जप्त कर धारा 379 भादसं. के तहत कार्यवाही कर पांचों आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वहीं मामले में 3 आरोपी फरार है जिनकी पतासाजी की जा रही है। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी सूरजपुर प्रकाश राठौर, प्रधान आरक्षक ऐसन पाल, संजय सिंह राजपूत, आरक्षक हरिशंकर सिंह व दीपक दुबे सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।