सूरजपुर। बीते शनिवार को ग्राम भुवनेश्वरपुर निवासी मिथलेश प्रजापति ने थाना सूरजपुर में रिपोर्ट दर्ज कराया कि जिला अस्पताल सूरजपुर के एमसीएच विंग के कन्ट्रोल रूम में रखा एक पीतल का अग्नि शमक यंत्र में लगने वाला वाटर सप्लाई नोजल को किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा चोरी कर लिया गया है। रिपोर्ट पर धारा 380 के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया। एसडीओपी सूरजपुर गीता वाधवानी के मार्गदर्शन में आरोपी की पतासाजी करने के दौरान थाना सूरजपुर पुलिस को जानकारी मिली कि चोरी में जेलपारा सूरजपुर निवासी फुकुलुस खेस पिता स्व. सैनाथ खेस उम्र 25 वर्ष का हाथ है जिसके बाद उसे पकड़ा गया। पूछताछ पर उसने चोरी करना स्वीकार किया। आरोपी के निशानदेही पर चोरी किए गए नोजल कीमत करीब 12 हजार रूपये को जप्त कर आरोपी को गिरफ्तार किया गया। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी सूरजपुर प्रकाश राठौर व उनकी टीम सक्रिय रही।
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'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।