गुरुवार, 12 मई 2022

पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू ने पुलिस अधिकारियों की ली बैठक, थाना स्तर पर पुलिस कार्य प्रणाली को मजबूत करने के दिये निर्देश


सूरजपुर। जिले के थाना-चौकी स्तर पर पुलिस कार्य प्रणाली, कानून एवं शांति व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखने, पुलिस अधिकारियों के कार्य निष्पादन की क्षमता में बढ़ोत्तरी एवं तकनीकी वैज्ञानिक अनुसंधान के साथ बेहतर पुलिसिंग करने तथा आमजनों के लिए सुविधाओं एवं उनकी समस्याओं के त्वरित निराकरण को लेकर पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री रामकृष्ण साहू ने बुधवार, 11 मई 2022 को जिला पुलिस कार्यालय के सभाकक्ष में जिले के एसआई व एएसआई की बैठक ली।
इस दौरान पुलिस अधीक्षक ने पुलिस अधिकारियों के थाना-चौकी स्तर पर किए जाने वाले कार्यो की समीक्षा करते हुए थानों के कार्यो को सुदृढ़ बनाने को लेकर जरूरी निर्देश दिए। उन्होंने विवेचकों के कार्य निष्पादन की क्षमता में बढ़ोत्तरी, बेहतर पुलिसिंग कर आमजनता की समस्याओं को सुनने और उसका जल्द निराकरण करने, अपराध व अपराधियों पर अंकुश लगाने तत्परता के साथ कार्य करने, अपराधों के पंजीयन में कोताही न बरतने, थानों में आने वाले फरियादी आगंतुक को किसी तरह की परेशानी न होने देने, पीड़ित को न्याय दिलवाने के लिए त्वरित गति से निष्पक्षता के साथ में अनुसंधान पूर्ण करने के निर्देश दिए। अवैध कारोबार व अवैधानिक गतिविधियों पर पूर्णतः रोक लगाने तथा ऐसी अवैधानिक गतिविधियां करने वालों के विरुद्ध तत्काल कड़ी कार्यवाही करने सख्त निर्देश दिए। अपराधों के अनुसंधान में आधुनिक तकनीक का उपयोग एवं सीसीटीएनएस के कार्यो में रूचि लेने के भी निर्देश दिए। इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर, एएसपी मुख्यालय ए.के.जोशी, डीएसपी नंदिनी ठाकुर, प्रशिक्षु डीएसपी दीपमाला कुर्रे, स्थापना प्रभारी अखिलेश सिंह सहित विभिन्न थाना-चौकी में पदस्थ एसआई व एएसआई मौजूद रहे। 

थाने पर आने वाले फरियादियों के साथ रखे अच्छा व्यवहार, पीडित को दिलाये तुरंत न्याय।

बैठक के दौरान पुलिस अधीक्षक द्वारा समस्त विवेचकों को थाना-चौकी में आने वाले फरियादियों के साथ अच्छा व्यवहार करने के निर्देश दिये तथा उनके द्वारा प्राप्त शिकायतों पर तुरंत विधिसम्मत कार्यवाही करते हुए उनको तुरंत न्याय दिलाने कहा ताकि आमजन में पुलिस की सकारात्मक छवि और मजबूत हो सके। 

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।