शुक्रवार, 8 जून 2018

15 वर्षो से लापता महिला को सूरजपुर पुलिस ने केरल से सकुशल लाकर परिजनों को सौंपा

सूरजपुर । गत 25 मई को भैयाथान पुलिस को मेन्टल हाॅस्पिटल त्रिवेन्द्रम केरल से सूचना दी गई कि ग्राम घोंसा की एक महिला जो अपना नाम संध्या पाण्डेय बताती है मेंटल हास्पिटल में उपचार चल रहा है जिसे विगत् 3 वर्ष पूर्व त्रिवेन्द्रम पुलिस पेट्रोलिंग पार्टी के द्वारा अर्धविक्षिप्त हालत में त्रिवेन्द्रम रेलवे स्टेशन से उपचार हेतु माननीय न्यायालय के आदेश पर वहां लाया गया था वर्तमान में जिसकी दिमागी हालत में काफी सुधार हो गया है। उक्त सूचना पर थाना प्रभारी भैयाथान द्वारा ग्राम घोंसा में स्टाफ भेजकर पतासाजी कराने पर जानकारी प्राप्त हुई कि संध्या पाण्डेय नाम की कोई महिला गांव में नहीं है। उक्त नाम की महिला के गांव में न होने पर मेन्टल हास्पिटल त्रिवेन्द्रम से उक्त महिला का फोटोग्राफ मंगवाया गया और गांव में जाकर फोटो दिखाकर पहचान कराई गई जिससे मालूम हुआ कि वह महिला हिरोंदिया सिंह पति स्व. भुवनेश्वर सिंह ग्राम घोंसा थाना भैयाथान की निवासी है जो पिछले 15 वर्षों से लापता है। मेन्टल अस्पताल से सूचना प्राप्त होने पर थाना प्रभारी भैयाथान ए0टोप्पो ने इसकी सूचना तत्काल पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मेघा टेंभुरकर को दी । 
लापता महिला व उसका पुत्र 
          पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मेघा टेंभुरकर एवं एसडीओपी सूरजपुर मनोज धु्रव के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी ए0टोप्पो ने थाने में पदस्थ आरक्षक दीपक यादव एवं हितेश्वर राजवाड़े को आवश्यक दस्तावेज सहित उक्त महिला के पुत्र आकाश एवं पड़ोसी त्रिलोक सिंह के साथ मेन्टल हाॅस्पिटल त्रिवेन्द्रम केरल रवाना किया। पुलिस कर्मचारियों द्वारा केरल पहुंचकर 15 वर्षो से लापता महिला से मिले और उसके पुत्र एवं पड़ोसी के द्वारा पहचान की गई कि वह महिला हिरोंदिया बाई है। पूर्ण संतुष्टि के उपरान्त हिरोंदिया बाई के पुत्र आकाश सिंह के द्वारा त्रिवेन्द्रम के न्यायालय में अपनी माॅ को सुपुर्द करने हेतु आवेदन दिया गया जिस पर वहां के माननीय न्यायालय के द्वारा मेंटल हास्पिटल ओलनपारा पेरूरकदा, त्रिवेन्द्रम केरल से आवश्यक जानकारी लेकर हिरोंदिया बाई को उसके पुत्र आकाश सिंह के सुपुर्द करने का आदेश जारी किया। भैयाथान पुलिस एवं उसके परिजन आदेश का परिपालन करते हुए मेन्टल हास्पिटल  से हिरोंदिया बाई को लेकर भैयाथान पहुंची।
            इस संबंध में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मेघा टेंभुरकर ने बताया कि 15 वर्ष पूर्व हिरोंदिया बाई के पति की मृत्यु के बाद हिरोंदिया बाई की मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण गांव से अन्यत्र कहीं चली गई थी। इसकी सूचना परिजनों के द्वारा पुलिस को नहीं दिया गया था। 15 वर्षों से गायब महिला की सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल के निर्देशन में भैयाथान पुलिस के द्वारा सक्रियता दिखाते हुए अपनी सूझबूझ से आवश्यक कार्यवाही कराते हुए गायब महिला हिरोंदिया बाई को सकुशल त्रिवेन्द्रम केरल से लेकर भैयाथान (सूरजपुर) पहुंची।15 वर्षों से गायब महिला हिरोंदिया बाई को सकुशल त्रिवेन्द्रम केरल से लाये जाने पर महिला के परिजनों सहित गांव के लोगों के द्वारा पुलिस की सराहना की जा रही है।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।