गुरुवार, 10 जनवरी 2019

भटगांव पुलिस ने स्कूली बच्चों को कानूनी जानकारी देकर सुरक्षा के प्रति किया जागरूक



सूरजपुर। पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल के निर्देशानुसार थाना प्रभारी भटगांव किशोर केंवट के द्वारा गुरूवार 10 जनवरी को भटगांव स्थित एडी जुबली इंग्लिश मिडियम हायर सेकेण्डरी स्कूल के शिक्षकों की उपस्थिति में स्कूली छात्र/छात्राओं को यातायात नियमों की जानकारी देते हुए स्कूल आते-जाते समय यातायात नियमों का पालन करने हेतु कहा गया, लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम, जेजे एक्ट के कानूनी प्रावधानों को विस्तृत से बताया गया। गुड टच एवं बैड टच, एवं चिटफण्ड कंपनी के झांसे में अभिभावक न आये इस हेतु आवश्यक जानकारी दी गई तथा सूरजपुर पुलिस द्वारा कराये जा रहे स्मार्ट पुलिसिंग निबंध प्रतियोगिता में हिस्सा लेने हेतु प्रेरित किया। 
इस दौरान थाना प्रभारी किशोर केंवट ने स्कूल बच्चों से पुलिस से क्या अपेक्षा करते है पूछे जाने पर बच्चों ने कहा कि विवाद अथवा घटना की सूचना मिलने पर तत्काल पुलिस पहुंचकर उचित कार्यवाही करें। थाना प्रभारी के द्वारा स्कूली छात्र/छात्राओं से फेसबुक, वाट्स एप चलाने की जानकारी लिये जाने पर अत्यधिक बच्चों के द्वारा इसका उपयोग किये जाने पर उन्हें इन सोशल मिडिया का इस्तेमाल न के बराकर करने यदि आवश्यकता हो तो फेसबुक एवं वाट्स एप सावधानीपूर्वक इस्तेमाल करने एवं उसके दुष्प्रभाव के बारे में विस्तृत जानकारी दी। कई स्कूली बच्चों के द्वारा थाना प्रभारी से कहा कि यहां की पुलिस स्कूल लगने एवं छूटने के समय नियमित पेट्रोलिंग करती है जिससे हम अपने आप को सुरक्षित महसूस करते है।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।