गुरुवार, 12 मई 2022

सूरजपुर में साढे सात साल का नन्हा सिपाही, पिता की मौत के बाद पुलिस विभाग में दी गई बाल आरक्षक की नौकरी, पुलिस अधीक्षक सूरजपुर ने दिया नियुक्ति आदेश

सूरजपुर। जिले की पुलिस विभाग में महज साढे सात वर्ष के बच्चे को नियुक्ति दी गई है। बाल आरक्षक के रुप में भर्ती किए गए बच्चे के पिता की असामयिक निधन के बाद उसे अनुकंपा नियुक्ति दी गई है। अपनी मां के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे बच्चे को पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू ने नियुक्ति आदेश प्रदाय किया।
पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री रामकृष्ण साहू ने बताया कि यश कुमार यादव को बाल आरक्षक के रूप में नियुक्ति दी गई है। इनके पिता संजय कुमार यादव आरक्षक के पद पर चौकी करंजी में पदस्थ थे। नौकरी के दौरान आकस्मिक मृत्यु होने पर अनुकम्पा नियुक्ति की कार्रवाई पूरी करने के बाद यश कुमार यादव को पुलिस विभाग में बाल आरक्षक के पद पर पदस्थ किया गया है। 18 वर्ष की आयु पूरी करने पर आरक्षक के पद पर पदस्थ किया जाएगा।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।