सूरजपुर । जिला पुलिस द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया। इस अवसर पर परिवीक्षाधीन उप पुलिस अधीक्षक निधि सोम द्वारा स्वयं की एक कविता पढी गई जो इस कार्यक्रम की मूल भावना को परिलक्षित कर रहा था-
"कभी है वो बचपन की निश्छल मुस्कान,
कभी है , सुंदर साज श्रृंगार सी।
बहन है ख्याल रखने वाली फरिश्ता,
तो दोस्त के रूप में हँसी की बहार सी।
माँ, पत्नी, प्रेमिका, बेटी है तो,
समर्पण, प्यार के संचार सी।
संयम की मूरत, ममता की सूरत,
तो कभी शक्ति के ललकार सी।
कहते अबला जिसे, कोख से जन्मे उसके,
वो है कुदरत की अनमोल कृति,
वात्सल्य,
प्रेम,
त्याग
करुणा,
और
खुशियों भरे संसार सी॥"
इस अवसर पर अति. पुलिस अधीक्षक श्री एस. आर. भगत द्वारा महिलाओं का जीवन में महत्व बताते हुए उन्हें पुरूषों से भी महान बताते हुए सृष्टि की रचना करने वाली व मानवता की संरक्षक, मार्गदर्शक बताया। महिला दिवस के अवसर पर सरगुजा रेंज पुलिस महानिरीक्षक श्री हिमांशु गुप्ता द्वारा जिले की महिला आरक्षकों, प्रधान आरक्षकों, निरीक्षक को प्रशंसा द्वारा एवं महिला उप पुलिस अधीक्षकों को प्रमाण पत्र द्वारा सम्मानित किया गया है जिसकी घोषणा अति. पुलिस अधी. महोदय द्वारा की गई व प्रमाण पत्रों का वितरण किया गया।
"कभी है वो बचपन की निश्छल मुस्कान,
कभी है , सुंदर साज श्रृंगार सी।
बहन है ख्याल रखने वाली फरिश्ता,
तो दोस्त के रूप में हँसी की बहार सी।
माँ, पत्नी, प्रेमिका, बेटी है तो,
समर्पण, प्यार के संचार सी।
संयम की मूरत, ममता की सूरत,
तो कभी शक्ति के ललकार सी।
कहते अबला जिसे, कोख से जन्मे उसके,
वो है कुदरत की अनमोल कृति,
वात्सल्य,
प्रेम,
त्याग
करुणा,
और
खुशियों भरे संसार सी॥"
इस अवसर पर अति. पुलिस अधीक्षक श्री एस. आर. भगत द्वारा महिलाओं का जीवन में महत्व बताते हुए उन्हें पुरूषों से भी महान बताते हुए सृष्टि की रचना करने वाली व मानवता की संरक्षक, मार्गदर्शक बताया। महिला दिवस के अवसर पर सरगुजा रेंज पुलिस महानिरीक्षक श्री हिमांशु गुप्ता द्वारा जिले की महिला आरक्षकों, प्रधान आरक्षकों, निरीक्षक को प्रशंसा द्वारा एवं महिला उप पुलिस अधीक्षकों को प्रमाण पत्र द्वारा सम्मानित किया गया है जिसकी घोषणा अति. पुलिस अधी. महोदय द्वारा की गई व प्रमाण पत्रों का वितरण किया गया।