गुरुवार, 6 सितंबर 2018

थाना चौकी प्रभारियों को चुनाव संबंधी अधिनियमों की जानकारी देने हुआ कार्यशाला का आयोजन


सूरजपुर।आगामी विधानसभा आम चुनाव के दौरान सुरक्षा व कानून व्यवस्था बनाये रखते हुये शांतिपूर्ण व निर्विध्न चुनाव प्रक्रिया सम्पन्न करवाने एवं थाना चौकी प्रभारियों को चुनाव संबंधी धाराओं, अधिनियमों की जानकारी देने हेतु कार्यशाला का आयोजन करने हेतु पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल के द्वारा निर्देशित किया गया था। जिसके परिप्रेक्ष्य में गुरूवार 6 सितम्बर को पुलिस कन्ट्रोल रूम के सभाकक्ष में जिले के थाना चौकी प्रभारियों एवं विवेचकों के लिये एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। 
कार्यशाला में एडीपीओ पी.सी.शुक्ला के द्वारा भारतीय दण्ड संहिता, लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, दण्ड प्रक्रिया संहिता, विशेष और स्थानीय अधिनियम, धार्मिक संस्था (दुरूपयोग निवारण) अधिनियम, चुनाव के दौरान पुलिस अधिकारियों के कर्तव्य की जानकारी दी गई। इस दौरान कई थाना व चैकी प्रभारियों के द्वारा एडीपीओ से विभिन्न पहलुओं व धाराओं के संबंध में विस्तृत सुझाव भी प्राप्त किया। 
कार्यशाला में पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल ने आगामी विधान सभा चुनाव को मद्देनजर रखते हुये चुनाव ड्यिूटी के दौरान पुलिस अधिकारी/कर्मचारियों को कानून व्यवस्था बनी रहे व मतदान के दौरान कोई समस्या उत्पन्न न हो और चुनाव शांतिपूर्वक, निष्पक्ष व निर्विध्न सम्पन्न हो इस संबंध में ध्यान रखने वाले आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मेघा टेंभुरकर, सीएसपी डी.के.सिंह, डीएसपी निमिषा पाण्डेय, एडीपीओ पी.सी.शुक्ला सहित जिले के थाना चौकी प्रभारी, विभिन्न थाना में पदस्थ विवेचकगण उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।