बुधवार, 11 मई 2022

अपहरण मामले में विश्रामपुर पुलिस ने 12 घंटे के भीतर अपहृत बालिका को कोतमा मध्यप्रदेश से किया दस्तयाब

सूरजपुर। दिनांक 10.05.2022 को थाना विश्रामपुर क्षेत्र निवासी एक व्यक्ति ने थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया कि इसकी नाबालिक पुत्री मंगलवार को घर से बिना बताए कहीं चली गई है किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा उसे बहला-फुसलाकर भगाकर ले गया। प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना विश्रामपुर में अपराध क्रमांक 89/22 धारा 363 भादस का मामला पंजीबद्ध किया गया। बालिका को भगाकर ले जाने के मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री रामकृष्ण साहू ने थाना प्रभारी को मामले में हर संभव प्रयास कर नई तकनीक की मदद एवं छोटी-बड़ी सुराग हासिल कर अपहृता को दस्तयाब तथा आरोपी को पकड़ने के निर्देश दिए थे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर व सीएसपी जे.पी.भारतेन्दु के मार्गदर्शन में थाना विश्रामपुर की पुलिस टीम पतासाजी में लगी हुई थी इसी बीच नई तकनीकी व सूत्र के जरिये जानकारी मिली की नाबालिक लड़की कोतमा मध्यप्रदेश में है, जिसकी जानकारी से उच्च अधिकारियों को अवगत कराया गया जो उन्होंने पुलिस टीम को कोतमा विधिवत् रवाना किया। पुलिस टीम मध्यप्रदेश के कोतमा पहुंची जहां एक विधि से संघर्षरत बालक के कब्जे से अपहृत बालिका को दस्तयाब किया। मामले में विधि से संघर्षरत् बालक को माननीय किशोर न्यायालय में पेश किया गया है। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी विश्रामपुर ट्रेनी आईपीएस संदीप कुमार पटेल, एसआई शिवकुमार खुटे, एएसआई अशोक तिर्की, आरक्षक अजय प्रताप राव व अखिलेश पाण्डेय सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।