शनिवार, 17 अक्तूबर 2020

पुलिस अधीक्षक सूरजपुर ने पेट्रोल पम्प व कई संस्थानों का लिया जायजा.........



पेट्रोल पम्प संचालकों को नो मास्क-नो पेट्रोल का पालन सख्ती से कराने दिया निर्देश।

सड़क पर अव्यवस्थित खड़े वाहन के चालकों पर हुई कार्यवाही।


सूरजपुर: वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण जिले में लगातार बढ़ती जा रही है परन्तु लोग सुरक्षा की अनदेखी कर रहे है। मास्क न लगाने वालों को समझाईश के साथ ही सख्ती को लेकर पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा ने प्रशासन व पुलिस की टीम के साथ शुक्रवार, 16 अक्टूबर को जिला मुख्यालय स्थित पेट्रोल पम्प सहित अन्य संस्थानों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने पेट्रोल पम्प सहित अन्य संस्थानों के संचालकों को संक्रमण से बचाव के लिए स्वयं तथा काम करने वाले कर्मचारियों को मास्क लगाने, नो मास्क-नो पेट्रोल, बिना मास्क लगाए दुकान में आने वाले ग्राहकों को सामग्री न देने के कड़ी हिदायत दी है।
          शुक्रवार की दोपहर में पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा प्रशासन व पुलिस की टीम के साथ स्थानीय नत्थू,अशोक व तिवारी पेट्रोल पम्प पहुंचे और संचालकों एवं वहां काम करने वाले कर्मचारियों को सख्त हिदायत दी कि बिना मास्क लगाए वाहन में पेट्रोल भरवाने हेतु आने वाले ग्राहकों को पेट्रोल न दिया जाए। इस दौरान बिना मास्क के पहुंचे कई वाहन चालकों पर चालानी कार्यवाही भी की गई। उन्होंने भ्रमण के दौरान मेन रोड़ स्थित कपड़ा व बर्तन दुकान में काफी भीड़ देखकर वहां रूके और दुकान संचालकों को मास्क लगाने एवं सोशल डिस्टेंसिग का पालन करने की हिदायत दी। इस दौरान सड़क पर अव्यवस्थित तरीके से खड़े कई फोर व्हीकल वाहन पर चालानी कार्यवाही करने के निर्देश यातायात प्रभारी को दिए।
         पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारी व यातायात प्रभारी को निर्देश दिया कि पुलिस लाईन से पर्याप्त बल लेकर प्रशासन व नगर पालिका की टीम के साथ शहर के मेन रोड़, भैयाथान रोड़ एवं प्रमुख चौक-चौराहों पर बिना मास्क, बिना नंबर के वाहनों तथा सड़क के किनारे अव्यवस्थित रूप से खड़े वाहनों पर नियमित रूप से अभियान चलाकर चालानी कार्यवाही की जाए।
        इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर, एसडीएम पुष्पेन्द्र शर्मा, थाना प्रभारी सूरजपुर धर्मानंद शुक्ला, यातायात प्रभारी आर.सी.राय सहित कई पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।