मंगलवार, 22 सितंबर 2020

हत्या के प्रयास के मामले में 3 आरोपी गिरफ्तार......


सूरजपुर: दिनांक 20.09.2020 को अधिना सलका निवासी तुलेश्वर राजवाड़े ने थाना भटगांव में रिपोर्ट दर्ज कराया कि रामकुमार राजवाड़े का उसके पड़ोसी बसंत राजवाड़े, समयलाल राजवाड़े एवं दिनेश राजवाड़े से पूर्व से जमीन संबंधी विवाद चला आ रहा था जिसके संबंध में 20 सितम्बर को गांव में पंचायत बैठाए थे पर मामला नहीं सुलझा, इसी बीच रविवार को दोपहर में अधिना तालाब के पास बसंत, समयलाल व दिनेश ने मिलकर रास्ता रोककर अश्लील गाली-गलौज करते हुए जान से मार देने की धमकी देकर प्राणघातक हमला करते हुए टांगी से सिर व शरीर में कई जगह प्रहार कर किए, रामकुमार को मौके से उठाकर एसईसीएल अस्पताल लाए जहां से प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर उपचार के लिए अम्बिकापुर रेफर कर दिया गया कि रिपोर्ट पर तीनों के विरूद्व अपराध क्रमांक 85/20 धारा 341, 294, 506, 307, 34 भादसं. के तहत् अपराध पंजीबद्व किया गया।
           पुलिस अधीक्षक ने निर्देशन में थाना प्रभारी भटगांव किशोर केंवट व पुलिस टीम के द्वारा फरार आरोपियों की पतासाजी कर आरोपी बसंत राजवाड़े पिता स्व. गेंदाराम उम्र 60 वर्ष, दिनेश राजवाड़े पिता बसंत उम्र 32 वर्ष एवं समयलाल राजवाड़े पिता बसंत राजवाड़े उम्र 40 वर्ष को हिरासत में लिया एवं उनके निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त टांगी जप्त कर विधिवत गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
          इस कार्यवाही में थाना प्रभारी भटगांव किशोर केंवट, सी.पी.तिवारी, एएसआई ललित तिर्की, प्रधान आरक्षक राजेश यादव, आरक्षक मनोज जायसवाल, अवधेश कुशवाहा, भोला शंकर राजवाड़े, महिपाल सिंह, रजनीश पटेल व अशोक कनौजिया सक्रिय रहे।


'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।