शुक्रवार, 1 नवंबर 2019

स्पीड रडार गन से अधिक रफ्तार वाले वाहनों को पकड़ेगी पुलिस..



सूरजपुर। कई सड़क दुर्घटनाएं वाहनों के रफ्तार में चलने की वजह से होता है, सड़क पर रफ्तार अधिक होने से मोड़ आने या किसी वाहन के अचानक सामने की ओर आने से चालक नियंत्रण खो देता है जिस कारण सड़क दुर्घटनाएं होती है। दुर्घटनाओं की रोकथाम के उद्देश्य से जिले की यातायात पुलिस को पुलिस मुख्यालय से स्पीड रडार गन मिला है जिसे यातायात पुलिस के पेट्रोलिंग वाहन में लगाया गया है।
पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा के मार्गदर्शन में राजपत्रित अधिकारी व यातायात पुलिस की संयुक्त टीम हाईवे समेत मुख्य मार्गो पर उक्त वाहन में पेट्रोलिंग कर स्पीड रडार गन से वाहनों की रफ्तार पकड़ेगी और कार्यवाही करेगी।

यातायात के पेट्रोलिंग गाड़ी में लगी स्पीड रडार गन, वाहनों की वीडियो रिकार्डिंग भी होगी

स्पीड रडार गन का इस्तेमाल पेट्रोलिंग वाहन में किया जाएगा। इसमें रडार गन को लगाया गया है। पेट्रोलिंग वाहन जहां खड़ा रहेगा उसके सामने की दिशा से आ रही वाहन की रफ्तार 5 सौ मीटर दूर से ही पता चल जाएगा, क्योंकि स्पीड रडार हाईटेक है। दूर से रफ्तार के साथ ही वाहनों की वीडियो रिकार्डिंग हो जाएगी। इसके आधार पर पुलिस कार्रवाई करेगी ।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।