शुक्रवार, 1 नवंबर 2019

गांव पहुंच थाना प्रभारी ने ली ग्राम रक्षा समिति के सदस्यों की बैठक........


सूरजपुर। ग्रामीण क्षेत्रों में प्रभावी पुलिस व्यवस्था लागू किये जाने एवं अपराध नियंत्रण हेतु ग्रामीण जनता का सक्रिय सहयोग अत्यंत आवश्यक है, इस हेतु ग्रामीण क्षेत्रों में सतत् भ्रमण एवं ग्राम रक्षा समिति एक प्रभावी माध्यम है। पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा के निर्देशानुसार जिले के थाना-चैकी क्षेत्रों के ऐसे ग्रामीणों का सक्रिय सहयोग के लिए ग्राम रक्षा समिति का गठन किया गया है।
पुलिस अधीक्षक श्री कुकरेजा ने थाना प्रभारियों को ग्राम रक्षा समिति के सदस्यों की बैठक उनके गांवों में लेने के निर्देश दिए थे। इसी तारतम्य में गुरूवार 31 अक्टूबर को थाना प्रभारी विश्रामपुर कपिलदेव पाण्डेय ने ग्राम कुम्दा बस्ती एवं रामनगर के ग्राम रक्षा समिति के सदस्यों की बैठक उनके गांव में ली। बैठक में थाना प्रभारी ने ग्राम रक्षा समिति के सदस्यों को वर्तमान अपराध ए.टी.एम. फ्राॅड, चिटफण्ड फ्राॅड, मानव तस्करी, सोशल मीडिया से होने वाली धोखाधड़ी, अंधविश्वास आदि की विस्तार से जानकारी दी और इस जानकारी से और लोगों को अवगत कराने हेतु कहा ताकि ग्रामीणजन इन सब के झांसे में न आए। सामाजिक बुराईयों, अवैध शराब, सट्टा, जुआ, अवैध गांजा विक्रय की सूचना देने हेतु कहा ताकि अवैध कार्यो में लिप्त लोगों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही की जा सके। थाना प्रभारी विश्रामपुर श्री पाण्डेय ने गांव के बाहरी व्यक्ति के आकर रूकने, किराए में रहने वाले लोगों एवं घटना दुर्घटना की जानकारी तत्काल देने हेतु कहा।
बैठक में एएसआई सोहन सिंह, प्रधान आरक्षक इन्द्रजीत सिंह, आनंद सिंह, ग्राम कुम्दा बस्ती एवं रामनगर के ग्राम रक्षा समिति के सदस्यगण उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।