रविवार, 13 अक्तूबर 2019

1 लाख 50 हजार रूपये कीमत के चोरी की 3 मोटर सायकल सहित 3 लोगों को रेवटी पुलिस ने किया गिरफ्तार.....

सूरजपुर। रेवटी चौकी प्रभारी लवकुमार पाण्डेय शनिवार 12 अक्टूबर को देहात भ्रमण पर निकले थे इसी दौरान उन्हें मुखबीर से सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम नरोला के इफ्तेखार खान चोरी की मोटर सायकल बेचने की फिराह में ग्राहक की तलाश कर रहा है जिसकी सूचना से पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा को अवगत कराया गया जो उन्होंने पर्याप्त संख्या में पुलिस बल को साथ लेकर उसे पकड़ने के निर्देश दिए।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर व एसडीओपी प्रेमनगर राकेश पाटनवार के मार्गदर्शन में चौकी प्रभारी रेवटी पुलिस टीम के साथ ग्राम नरोला में घेराबंदी कर इफ्तेखार खान को मोटर सायकल सहित पकड़ा और मोटर सायकल का वैध दस्तावेज की मांग किए जो उसने कोई भी दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया। पुलिस टीम ने उसके कब्जे से एक सोल्ड हीरो एचएफ डिलक्स वाहन जप्त किया। पुलिस ने इफ्तेखार खान को हिरासत में लेकर हिकमत अमली से पूछताछ किया तो वह बताया कि विश्रामपुर निवासी एक व्यक्ति द्वारा मोटर सायकल को चोरी कर इसे लाकर बिक्री करने हेतु देता था और यह गांव में चोरी की मोटर सायकल को सस्ते दाम में बेचने का काम करता था। आरोपी ने पुलिस को यह भी बताया कि एक सोल्ड हीरो एचएफ डिलक्स मोटर सायकल को पहलू राम को 20 हजार रूपये में तथा एक सोल्ड हीरो एचएफ डिलक्स मोटर सायकल को रमजान के पास 15 हजार में बिक्री किया है। आरोपी के बताए अनुसार पुलिस टीम ग्राम नरोला निवासी 23 वर्षीय पहलू राम पिता जमुना सिंह एवं ग्राम डांडकरवां निवासी 32 वर्षीय रमजान पिता नबीरसुल को उनके गांव से हिरासत में लिया और दोनों के घरों से दोनों वाहनों को बरामद किया गया। जप्त किए गए तीनों सोल्ड होण्डा एचएफ डिलक्स मोटर सायकल (कीमत 1 लाख 50 हजार रूपये) चोरी का होने की पूर्ण अंदेशा पर धारा 41(1-4) जा.फौ. 379 भादवि के तहत् कार्यवाही कर तीनों को विधिवत् गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। मामले में आरोपी इफ्तेखार खान को चोरी के वाहन को बिक्री करने हेतु लाकर देने वाले उस व्यक्ति के बारे में पुलिस पतासाजी कर रही है।
इस कार्यवाही में चौकी प्रभारी लवकुमार पाण्डेय, प्रधान आरक्षक निलुस लकड़ा, आरक्षक इसित बेहरा, ज्योतिष पटेल व अनिरूद पैंकरा सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।