रविवार, 13 अक्तूबर 2019

नशीली कैप्सूल सहित 01 आरोपी गिरफ्तार रामानुजनगर पुलिस की कार्यवाही...........

सूरजपुर। 11 अक्टूबर को पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा ने जिले के थाना-चौकी प्रभारियों की क्राईम मीटिंग ली थी जिसमें उन्होंने नशे के कारोबार को जड़ से उखाड़ फेकने, इस कारोबार में लिप्त लोगों के विरूद्व सख्त व प्रभावी कार्यवाही करने तथा क्षेत्र में सूचना तंत्र को मजबूत बनाने के निर्देश दिए थे।
इसी परिपेक्ष्य में रविवार 13 अक्टूबर को थाना प्रभारी रामानुजनगर गोपाल धुर्वे को मुखबीर से सूचना मिली कि ग्राम शिवपुर निवासी सूरज प्रसाद धोबी उर्फ छेरका पिता धरमसाय काफी समय से अवैध नशीली दवाई बिक्री करने का काम करता है जो शिवपुर के तालाब के पास एक झोला में भारी मात्रा में अवैध नशीली दवाई रखकर बिक्री करने हेतु ग्राहक का इंतजार कर रहा है। सूचना मिलने ही थाना प्रभारी ने इसकी जानकारी पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा को दी जिस पर उन्होंने पूर्ण सतर्कता बरतते हुए घेराबंदी कर उसे पकड़ने के निर्देश दिए।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर व एसडीओपी प्रेमनगर प्रकाश सोनी के मार्गदर्शन में रामानुजनगर थाना प्रभारी गोपाल धुर्वे पुलिस टीम के साथ मुखबीर के बताए अनुसार शिवपुर तालाब के पास घेराबंदी कर सूरज प्रसाद धोबी उर्फ छेरका को सफेद रंग के झोले के साथ पकड़ा, झोला की तलाशी लिए जाने पर उसमें 144 नग नशीली दवाई कैप्सूल कीमत 1 हजार रूपये का पाया गया जिसे जप्त कर धारा 21बी एनडीपीएस एक्ट के तहत् कार्यवाही कर आरोपी को विधिवत् गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ पर आरोपी ने बताया कि नशीली दवाई को कोरिया जिला से लाकर रामानुजनगर क्षेत्र में नशेड़ी प्रवृत्ति के लोगों को बेचता था।
इस कार्यवाही में थाना प्रभारी रामानुजनगर गोपाल धुर्वे, एएसआई हीरालाल साहू, प्रधान आरक्षक रविन्द्र भारती, देवनारायण यादव, आरक्षक अकरम मोहम्मद, संतोष ठाकुर व महिला आरक्षक तेरेशा तिग्गा सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।