शनिवार, 15 जून 2019

स्वस्थ एवं निरोगी रहने नियमित करें योग, रक्षित केन्द्र में पुलिस जवानों को कराया गया योग



सूरजपुर। पुलिस अधिकारी-कर्मचारी आए दिन अपने कार्यों की व्यस्तता के कारण शारीरिक फिटनेश पर ध्यान नहीं दे पाते जिस कारण उन्हें कई परेशानियां भी होती है। आगामी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मद्देनजर पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल ने पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों को योग की शिक्षा दिलवाने के निर्देश दिए थे। इसी क्रम में शनिवार 15 जून को सुबह 6 से 7.30 बजे तक रक्षित केन्द्र सूरजपुर में पुलिस के अधिकारी-कर्मचारी व उनके परिजनों को योग शिक्षक संजय गिरी के द्वारा योग की जानकारी देते हुए योगाभ्यास कराया गया। 
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल ने कहा कि पुलिस अधिकारी-कर्मचारी योग और ध्यान के माध्यम से अपने कार्य क्षमता और एकाग्रता बढ़ा सकते है। विपरीत परिस्थितियों में हमारे जवानों को अपने कार्य क्षेत्र में सफलता हासिल करने में मदद् मिलेगी। नियमिय रूप से योग करने पर व्यक्ति अपने आप को फीट रख सकता है, योग दिमाग और शरीर की एकता का प्रतीक है प्रत्येक वर्ष 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। यह दिन वर्ष का सबसे लंबा दिन होता है और योग भी मनुष्य को दीर्घ जीवन प्रदान करता है। बदलती जीवन-शैली में यह चेतना बनकर हमें जलवायु परिवर्तन से लड़ने में मदद करता है। योग हमारे जीवन में एक अमूल्य उपचार है इसे नियमित रूप से करने को कहा। 
शनिवार को योग शिक्षक संजय गिरी ने रक्षित केन्द्र में पुलिस के अधिकारी-कर्मचारियों को सर्वप्रथम मंत्रोच्चारण शुरू कर शिथिलीकरण के अभ्यास, खड़े होकर किए जाने वाले 5 आसन, बैठकर किए जाने वाले 7 आसन सहित कपालभाती, अनुलोम, विलोम, प्राणायाम, शीतली, भ्रामणी प्राणायाम व ध्यान के अभ्यास करवाए व उनके लाभ बताते हुए योग से निरोग रहने के तरीके बताए इसके अलावा छोटी-छोटी बीमारियों में योग के माध्यम से छुटकारा पाने के तरीके बताते हुए प्रतिदिन नियमित रूप से योग करने प्रेरित किया। इस दौरान रक्षित निरीक्षक भूपेन्द्र कुर्रे, रक्षित केन्द्र व थाना-चौकी के पुलिस अधिकारी-कर्मचारी सहित काफी संख्या में उनके परिजन उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।