सोमवार, 17 अक्तूबर 2016

सीसीटीव्ही कैमरा का डेमो देखा सूरजपुर पुलिस ने





सूरजपुर। नगर व क्षेत्र की सुरक्षा, असामाजिक तत्वों तथा अपराध घटित कर फरार होने वाले अपराधियों पर सूक्ष्म निगाह रखने हेतु नगर सहित विभिन्न थाना क्षेत्रों में सीसीटीव्ही कैमरा जल्द ही लगाये जाने है। इसी तारतम्य में स्थानीय अग्रसेन चौक पर सीसीटीव्ही कैमरा लगाया गया था जिसका आज डेमो पुलिस अधीक्षक सूरजपुर आर.पी.साय की उपस्थिति हुआ।  सूरजपुर नगर सहित थाना विश्रामपुर, जयनगर, भटगांव, रामानुजनगर व प्रेमनगर के प्रमुख चौक चैराहों जहां पर सीसीटीव्ही कैमरा लगना है उन्हें चिन्हांकित किया गया। अग्रसेन चैक के पास लगाये गये सीसीटीव्ही कैमरा की क्वालिटी जांचने पर उसकी देखने की क्षमता करीब 1 कि.मी. है, इन्हें चारों ओर घुमाकर आने-जाने वालों पर निगाह रखी जा सकती है इसके साथ ही उच्च क्वालिटी के इन कैमरों से तेज गति से आने-जाने वालों के वाहनों के नंबर के साथ ही इसकी फुटेज भी आटोमैटिक कन्ट्रोल सर्वर में सेव होगी ताकि आवष्यकता पड़ने पर इसे देखा जा सके। सीसीटीव्ही कैमरा लगाने का कार्य जन सहयोग के माध्यम से करने हेतु अदानी गु्रप, एसईसीएल, अन्य विभागों सहित अन्य संस्थाओं तथा सामाजिक संगठनों का सहयोग लिया जा रहा है। इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एस.आर.भगत, सीएसपी डी.के.सिंह, नगर पालिका अध्यक्ष थलेश्वर साहू, उपाध्यक्ष अजय अग्रवाल, अध्यक्ष जनभागीदारी समिति शासकीय महाविद्यालय मुकेश गर्ग, रक्षित निरीक्षक रामप्रसाद पैकरा, थाना प्रभारी विश्रामपुर अनूप एक्का, थाना प्रभारी जयनगर तेजनाथ सिंह, क्राईम ब्रांच प्रभारी सी.पी.तिवारी, एसआई अश्विनी पाण्डेय, चौकी प्रभारी करंजी राजेश प्रताप सिंह, एसबी शाखा मनोज सिंह, एसईसीएल विश्रामपुर के विशाल मिश्रा, एपीएम ए.के.टोप्पो, एरिया सिक्यूरिटी अधिकारी बलराम टण्डन, फोरमेन शिवशंकर यादव, अदानी ग्रुप के मैनेजर राज शेखर एवं अश्विनी कुमार सिंह उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।