बुधवार, 9 जुलाई 2025

डीआईजी/एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने पुलिस जवानों को दी खास सौगात। बर्थडे पर पुलिस जवानों को मिलेगी छुट्टी, थाना-चौकी स्तर पर भी मनाया जायेगा जन्मदिवस, पुलिस अधिकारियों के जन्मदिवस ढेरों बधाई देते हुए योजना की शुरूवात की।

 

सूरजपुर। पुलिसकर्मियों को 24 घंटे सातों दिन काम करना होता हैै। काम की अधिकता और व्यस्तता के चलते कई बार उन्हें जरूरी होने पर भी छुट्टियां नहीं मिल पाती हैं, कई बार ऐसी घटनाएं हो जाती हैं कि भले ही उनका व्यक्तिगत कितना बड़ा काम क्यों न हो, उन्हें ड्यूटी पर आना ही पड़ता है। कई बार तो छुट्टी मिलने के बावजूद हालात को देखते हुए उन्हें अपनी छुट्टियां कैंसल करनी पड़ जाती हैं। लेकिन छत्तीसगढ़ के सूरजपुर पुलिस ने जवानों व अधिकारी को उनके बर्थ डे वाले दिन उन्हें ड्यूटी से राहत देते हुए उन्हें छुट्टी अथवा परमिशन दी जायेगी।
               सोमवार, 01 जुलाई 2025 को डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने थाना सूरजपुर में पदस्थ एएसआई नंदलाल सिंह व विवेकानंद सिंह के जन्मदिवस के अवसर पर केक कटवाकर उन्हें पुलिस परिवार की ओर से जन्म दिवस पर दीर्घायु व उज्जवल भविष्य की कामना कर ढेरों शुभकामनाएं देते हुए इस योजना की शुरूवात की है।
               डीआईजी व एसएसपी श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने कहा कि पुलिस कर्मचारी 24 घंटे सातों दिन ड्यूटी पर तैनात रहते हैं, कई पुलिस जवान को अपने ड्यूटी के चलते अपना जन्मदिन तक याद नहीं रहता अथवा वे मना नहीं पाते। वहीं कुछ अपने घर परिवार से दूर ड्यूटी पर तैनात होने के चलते बच्चें के साथ अपना जन्मदिन सेलिब्रेट नहीं कर पाते। इसी के चलते उन्हें अपने पुलिस परिवार का अहसास दिलाते हुए उन्हें जन्मदिन मनाने और उस दिन उन्हें ड्यूटी से राहत देते हुए छुट्टी अथवा परमिशन देने की हरसंभव प्रयास रहेगा। इस कदम का उद्धेश्य पुलिसकर्मियों को उनके जीवन में महत्वपूर्ण दिवस पर राहत प्रदान करना है, अब से पुलिस अधिकारी व जवान अपने परिवार के साथ अपना जन्मदिन मना पायेंगे। इसके लिए थाना-चौकी प्रभारियों को भी निर्देश दिए गए है।  इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो, सीएसपी एस.एस.पैंकरा, डीएसपी मुख्यालय महालक्ष्मी कुलदीप, एसडीओपी सूरजपुर अभिषेक पैंकरा, डीएसपी अनूप एक्का, रितेश चौधरी, रक्षित निरीक्षक, थाना प्रभारीगण, जिला पुलिस कार्यालय के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।