रविवार, 3 मार्च 2019

पुलिस ने चलित थाना लगा लोगों की सुनी समस्या, कई का मौके पर ही किया निराकरण




सूरजपुर। आमजन की समस्याओं का मौके पर निराकरण करने, मोबाईल एवं इंटरनेट के माध्यम से हो रही ठगी के शिकार आमजन न हो, यातायात नियमों की जानकारी देकर लोगों में जागरूकता लाने, अवैध कार्यो में लिप्त लोगों की सूचना पुलिस तक पहुंचाने में आमजन का भरपूर सहयोग मिल सके इस हेतु पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल ने थाना-चौकी प्रभारियों को सामुदायिक पुलिसिंग के तहत् ‘‘सहयोग’’ के बैनर तले चलित थाना का आयोजन करने हेतु निर्देशित किया था।
इसी परिप्रेक्ष्य में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर व सीएसपी डी.के.सिंह के मार्गदर्शन में रविवार 3 मार्च को ग्राम दतिमा में थाना विश्रामपुर व चौकी करंजी के द्वारा संयुक्त रूप से चलित थाना लगाया गया। चलित थाना में ग्राम के जनप्रतिनिधि, ग्राम रक्षा समिति के सदस्य सहित काफी संख्या में आमजन उपस्थित रहे। इस दौरान थाना प्रभारी विश्रामपुर कपिलदेव पाण्डेय के द्वारा ग्रामीणों की शिकायतों व समस्याओं को सुना और कई का मौके पर तत्काल निराकरण किया। उन्होंने ग्रामीणजनों से अवैध कार्यो में लिप्त व्यक्तियों की सूचना पुलिस तक पहुंचाने को कहा ताकि समय रहते कार्यवाही की जा सके। चौकी प्रभारी करंजी प्रमोद पाण्डेय के द्वारा मोबाईल एवं इंटरनेट के माध्यम से हो रहे ठगी की जानकारी देते हुये ग्रामीणों से यातायात नियमों का पालन करने, यातायात नियमों की जानकारी से और लोगों को भी अवगत कराने कहा। ग्रामवासियों द्वारा ग्राम दतिमा को नशा मुक्त करने के बारे में चर्चा किए, थाना प्रभारी के द्वारा पुलिस को सहयोग करने की अपील की। ग्रामीणवासियों के द्वारा पुलिस को हरसंभव सहयोग करने का आश्वासन दिया। इस दौरान दतिमा सरपंच लवली सिंह, उप सरपंच जहांगीर खान, बीडीसी शंकर राजवाड़े, अंजुमन कमेटी के अयुब खान, ललन जायसवाल, संदीप जायसवाल, पंचगण व काफी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे।
ग्राम बसदेई के साप्ताहिक बाजार में चौकी प्रभारी बसदेई सुनील सिंह के द्वारा भी चलित थाना लगाकर ग्रामीणजों की शिकायतों व समस्याओं को सुना और कई शिकायतों का मौके पर ही निराकरण किया। चौकी प्रभारी ने जेवर सफाई करने वाले व्यक्तियों से सतर्क रहने, यातायात नियमों का पालन करने एवं अवैध कार्यो में लिप्त लोगों की सूचना पुलिस तक पहुंचाने की अपील की।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।