शुक्रवार, 15 फ़रवरी 2019

वाहन चोर पकड़ाए, विश्रामपुर पुलिस को मिली सफलता



सूरजपुर।पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मेघा टेंभुरकर व सीएसपी डी.के.सिंह के मार्गदर्शन में विश्रामपुर पुलिस के द्वारा क्षेत्र में हो रही कोयला चोरी सहित अन्य चोरियों पर अंकुश लगाने की दिशा में बुधवार 13 फरवरी को मुखबीर सूचना पर राकेश तिग्गा उर्फ छोटू निवासी ग्राम शिवनंदनपुर, अजय बरगाह पिता काशीराम बरगाह उम्र 28 वर्ष निवासी कुंजनगर झारपारा को पकड़कर पूछताछ करने पर बताये कि साथी नितिन यादव, शेखर पंजाबी व राजेश बरगाह के साथ मिलकर शराब भट्ठी के पास से जनवरी एवं फरवरी माह में एक होण्डा साईन मोटर सायकल बिना नंबर का व एक बजाज प्लेटिना मोटर सायकल क्रमांक सीजी 15 डीई 2112 चोरी किए थे। बजाज प्लेटिना मोटर सायकल को सूरजपुर निवासी जितेन्द्र शुक्ला उर्फ जीतू शुक्ला को बेचे थे व होण्डा साईन मोटर सायकल बेचने हेतु ग्राहक की तलाश करते हुए मोटर सायकल को छोटू तिग्गा अपने पास रखा हुआ है जो दोनों मोटर सायकल कुल कीमत 75 हजार रूपये छोटू तिग्गा व जितेन्द्र शुक्ला से जप्त किया गया तथा दोनों मोटर सायकिल चोरी का होने का पूर्ण संदेह होने से तीनों आरोपियों राकेश तिग्गा उर्फ छोटू पिता गैब्रियल तिग्गा उम्र 33 वर्ष निवासी शिवनंदनपुर, अजय बरगाह पिता काशी राम बरगाह उम्र 32 वर्ष निवाीस कुंजनगर झारपारा, थाना जयनगर व जितेन्द्र शुक्ला उर्फ जीतू पिता स्व. गरीब शुक्ला उम्र 25 वर्ष निवासी जेलपारा सूरजपुर को गिरफ्तार कर प्रकरण में धारा 41(1-4)/379 भादवि पंजीबद्व कर आरोपियों को न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया है। प्रकरण के अन्य तीन आरोपी फरार है जिनकी पतासाजी की जा रही है।
             एक अन्य मामले में एक पीकप क्रमांक सीजी 15 एसी 4015 में 01 टन कोयला लेकर जाते हुए पाए जाने पर पीकप चालक बोरेलाल पिता सिन्टू राम उम्र 39 वर्ष निवासी सतनगर थाना भैयाथान से पूछताद करने पर संतुष्टिप्रद जवाब नहीं दिया व कोयले के संबंध में कोई भी दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया जो पीकप में लदा कोयला चोरी का होने का पूर्ण संदेह पर पीकप मय कोयला जप्त कर पीकप चालक बोरेलाल पिता सिन्टू के विरूद्ध धारा 41(1-4)/379 भादवि पंजीबद्ध कर गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया।इस कार्यवाही में थाना प्रभारी विश्रामपुर कपिलदेव पाण्डेय, एएसआई विमलेश सिंह, चंदेश्वर सिंह, प्रधान आरक्षक इन्द्रजीत सिंह, आनंद सिंह, आरक्षक रविशंकर पाण्डेय, अजय प्रताप सिंह, उदय सिंह, अखिलेश पाण्डेय, ताराचंद यादव व आशिफ अख्तर सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।