गुरुवार, 8 मई 2025

डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर के निर्देश पर अनुभाग स्तर पर सीएसपी व एसडीओपी ने विवेचकों को दी नवीन कानूनों का विशेष प्रशिक्षण।

 

सूरजपुर। नवीन आपराधिक कानूनों को लेकर जिले की पुलिस सक्रियता से कार्य कर रही है और नए कानूनों के तहत कार्रवाई की जा रही है किन्तु कुछ मामलों में व्यावहारिक कठिनाइयां को देखते हुए विवेचकों (आईओ) को नवीन कानूनों का प्रशिक्षण दिए के निर्देश डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने पुलिस राजपत्रित अधिकारियों को दिए है। जिसके परिपालन में नवीन तीन कानूनों का प्रशिक्षण अनुभाग स्तर पर सीएसपी व एसडीओपी के द्वारा दी गई।
             सोमवार, 28 अप्रैल 2025 को एसडीओपी ओड़गी राजेश जोशी के द्वारा थाना ओड़गी भवन, सीएसपी एस.एस.पैंकरा ने थाना सूरजपुर, एसडीओपी सूरजपुर अभिषेक पैंकरा ने थाना जयनगर, एसडीओपी प्रेमनगर नरेन्द्र सिंह पुजारी ने थाना प्रेमनगर, एसडीओपी प्रतापपुर सौरभ उईके ने थाना प्रतापपुर व व डीएसपी रितेश चौधरी ने थाना भटगांव में अपने अनुभाग के थाना-चौकी प्रभारी एवं सभी विवेचकों को नवीन कानूनों के संबंध में कैप्सूल कोर्स आयोजित कर बीएनएस (भारतीय न्याय संहिता), बीएनएनएस (भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता) एवं बीएसए (भारतीय साक्ष्य अधिनियम) के प्रावधानों की सविस्तार जानकारी देते हुए डिजिटल एविडेंस कलेक्शन की प्रक्रियाओं को सरल ढंग से समझाया गया।
            इस दौरान पुलिस राजपत्रित अधिकारियों ने प्रशिक्षण में विवेचकों को केस की विवेचना के दौरान होने वाली छोटी त्रुटियों से बचने, साक्ष्य संकलन की सावधानियों, फोटोग्राफी-विडियोग्राफी की उपयोगिता एवं पीड़ितों तथा गवाहों के साथ संपर्क बनाए रखने, पीड़ित को कार्यवाही से अवगत कराने के निर्देश दिए। विवेचकों को बताया गया कि  कानून एवं प्रकियाओं की सटीक जानकारी होने से अपराध की विवेचना उत्कृष्ट होगी और माननीय न्यायालय में आरोपियों के खिलाफ दोषसिद्धि का प्रतिशत बढ़ेगा।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।