बुधवार, 13 फ़रवरी 2019

नवोदय विद्यालय बसदेई के विद्यार्थियों के बीच पहुँचे पुलिस अधीक्षक जी. एस. जायसवाल

* पुलिस अधीक्षक सूरजपुर ने दी पुलिसिंग एवं अन्य विषयों पर व्यापक जानकारी




सूरजपुर।सामुदायिक पुलिसिंग के तहत् आम जनता का पुलिस के साथ मधुर संबंध स्थापित हो इसी कड़ी में बुधवार को पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल जवाहर नवोदय विद्यालय बसदेई पहुंचे जहां स्कूली छात्र/छात्राओं ने बैन्ड की आकर्षक धुन से पुलिस अधीक्षक का स्वागत् किया। इस दौरान एसपी श्री जायसवाल ने छात्र/छात्राओं को पुलिस किस प्रकार कार्य करती है। साईबर अपराध किस प्रकार से हो रही है इससे किस प्रकार बचा जा सकता है इसकी जानकारी दी तथा अन्य विषयों पर भी व्यापक जानकारी दिए।पुलिस अधीक्षक से बातचीत के क्रम में विद्यालय की छात्राओं ने संघ लोक सेवा आयोग के संबंध में जिज्ञासा जाहिर करते हुए पुलिस अधीक्षक से उनकी सफलता के बारे में सवाल किया जिस पर श्री जायसवाल ने लक्ष्य पर निगाह रखते हुए अनुशासित रहते हुए निरंतर परिश्रम करते रहने के लिए प्रेरित किया।पुलिस अधीक्षक महोदय की मंशानुरूप इस कार्यशाला को संवाद परिचर्चा शैली में आयोजित किया गया।पुलिस अधीक्षक महोदय के आदेशानुसार इस अवसर पर सायबर सेल सूरजपुर से उपनिरीक्षक नीलाम्बर मिश्रा ने सायबर अपराध से अपनी सुरक्षा कैसे करें व सोशल मिडिया का प्रयोग सावधानी से कैसे करें इस संबंध में विस्तार से बच्चों की जिज्ञासाओं का समाधान किया। जब किसी तरह के सायबर अपराध की घटना हो जाए तब अपने परिजनों को  विश्वास में लेकर पुलिस को इसकी सूचना देने के लिए छात्र छात्राओं को जानकारी दी गई।विद्यालय के प्राचार्य ने विद्यार्थियों के परीक्षा उपरांत पुन: इसी तरह की कार्यशाला का आयोजन सायबर सेल द्वारा किया जाए इसकी इच्छा जाहिर की। 
विद्यालय के छात्र/छात्राओं ने अपने बीच उपस्थित एसपी श्री जी.एस.जायसवाल से भारतीय पुलिस सेवा में आने की तैयारियां किस प्रकार करनी चाहिए इसकी जानकारी ली। इसी दौरान विद्यालय में कई छात्र/छात्राओं ने पढ़ाई पूरी कर अपनी सेवाएं पुलिस विभाग में देने की बात कही और अपने बीच पुलिस अधीक्षक को पाकर काफी उत्साहित दिखे।
इस दौरान सीएसपी डी.के.सिंह, एसआई नीलाम्बर मिश्रा, चौकी प्रभारी बसदेई सुनील सिंह, जवाहर नवोदय विद्यालय के प्राचार्य डी.के.साहू सहित काफी संख्या में शिक्षक व स्कूली छात्र/छात्राएं उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।