गुरुवार, 8 मई 2025

डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने “फिटनेस का डोज, आधा घंटा रोज” अभियान के तहत साइकिल रैली निकाल दिया स्वस्थ जीवन का संदेश। दैनिक दिनचर्या में थोड़े समय के लिए ही सही पर जरूर चलाए साइकिल-डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर।

 

सूरजपुर। “फिटनेस का डोज, आधा घंटा रोज” नारे के साथ सूरजपुर पुलिस ने सायकल रैली निकालकर नागरिकों को फिटनेस के प्रति जागरूक किया और साइकिल चलाने को दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने हेतु प्रोत्साहित किया। साइकिल चलाना फिटनेस को दैनिक दिनचर्या में शामिल करने के सबसे सुलभ और प्रभावी तरीकों में से एक है, जो सहनशक्ति में वृद्धि, तनाव में कमी और हृदय स्वास्थ्य में सुधार जैसे लाभ प्रदान करता है।
डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने रविवार, 06 अप्रैल 2025 को पुलिस राजपत्रित अधिकारियों, थाना प्रभारी, पुलिस लाईन के अधिकारी व जवानों के साथ बड़े उत्साह के साथ साइकल रैली निकाली जो ग्राम पर्री सहित सूरजपुर के भैयाथान रोड़, केतका रोड़ व मनेन्द्रगढ़ रोड़ में फिटनेस का डोज, आधा घंटा रोज का नारे लगाते हुए साईकल चलाकर लोगों को फिट रहने का संदेश दिया। इस साइकिल रैली में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो, एसडीओपी सूरजपुर अभिषेक पैंकरा, रक्षित निरीक्षक अशोक गिरी, थाना प्रभारी सूरजपुर विमलेश दुबे सहित पुलिस लाईन के अधिकारी व जवानों ने हिस्सा लिया।
डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर ने बताया कि फिट इंडिया साइकिलिंग ड्राइव, साइकिलिंग संडे फिट इंडिया के तहत स्वास्थ्य, फिटनेस की ओर नागरिकों को जागरूक करने हेतु साइकिल चलाने के लिए प्रेरित करना है, इसी के तहत आज पुलिस के अधिकारी व जवानों ने नगर में साइकिलिंग किया गया। उन्होंने साइकिल रैली के माध्यम से नागरिकों से अपील किया है कि दैनिक दिनचर्या में थोड़े समय के लिए ही सही, अपने बाईक व चारपहिया वाहनों का उपयोग कम कर, प्रतिदिन कम से कम आधा घंटा साइकिल चलाएं। यह न केवल शरीर को स्वस्थ रखता है, बल्कि पर्यावरण के लिए भी अनुकूल है। फिट इंडिया और खेलो इंडिया जैसी योजनाओं के तहत इस तरह की पहल न सिर्फ पुलिस-जन सहयोग को मज़बूत करती है, बल्कि समाज में स्वास्थ्य के प्रति सकारात्मक संदेश भी देती है।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।