सोमवार, 18 फ़रवरी 2019

पुराने पुलिस अधीक्षक कार्यालय भवन में संचालित हुआ नगर पुलिस अधीक्षक कार्यालय


सूरजपुर।नगर पुलिस अधीक्षक कार्यालय का शुभारंभ पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल ने सोमवार को एक गरिमापूर्ण कार्यक्रम में किया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री जायसवाल ने सीएसपी डी.के.सिंह को नवीनीकृत कार्यालय से बेहतर पुलिसिंग के संचालन के लिए शुभकामनाएं दी। पुलिस अधीक्षक कार्यालय संयुक्त जिला कार्यालय में स्थानान्तरित हो जाने से इस भवन को नगर पुलिस अधीक्षक कार्यालय बनाया गया है जिसका आज शुभारंभ पुलिस अधीक्षक ने फीता काटकर किया। 
इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मेघा टेंभुरकर, सीएसपी डी.के.सिंह, डीएसपी मुख्यालय निमिषा पाण्डेय, एसडीओपी प्रेमनगर चंचल तिवारी, एसडीओपी ओड़गी डाॅ. ध्रुवेश जायसवाल, डीएसपी लाईन प्रकाश सोनी, डीएसपी रामश्रृंगार यादव, थाना प्रभारी सूरजपुर ए.टोप्पो, थाना प्रभारी विश्रामपुर कपिलदेव पाण्डेय, चौकी प्रभारी लटोरी अजहरूद्दीन, चौकी प्रभारी करंजी प्रमोद पाण्डेय, स्टेनो पुष्पेन्द्र शर्मा, प्रिन्ट एवं इलेक्ट्रानिक मीडियागण, सहित काफी संख्या में पुलिस अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।