मंगलवार, 23 अक्तूबर 2018

पुलिस ने दी स्कूली बच्चों को यातायात नियमों की जानकारी


सूरजपुर। सूरजपुर पुलिस ने स्कूलों में शिविर लगाकर स्कूली बच्चों को यातायात नियमों की जानकारी दी साथ विद्याथियों को सड़क पर चलने के दौरान बरती जाने वाली सावधानी से भी अवगत कराया।पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मेघा टेंभुरकर के मार्गदर्शन में इन दिनों सूरजपुर पुलिस ने स्कूली बच्चों को यातायात नियमों की जानकारी देने एवं स्वीप अभियान के तहत् मतदान करने हेतु जागरूक करने अभियान चला रखा है। इसी तारतम्य में मंगलवार 22 अक्टूबर को एसडीओपी प्रेमनगर चंचल तिवारी के द्वारा शासकीय महाविद्यालय रामानुजनगर के छात्रों को यातायात नियमों की जानकारी देते हुये कहा कि सड़क पर लगे संकेतक बोर्ड का वाहन चलाते समय ध्यान रखने, दुर्घटना में घायलों की मदद करने के लिये आगे आने, दो पहिया वाहन चलाते समय हेलमेट का उपयोग करने, इस बात का ध्यान रखने कि वाहन बीमाकृत हो और चालक के पास ड्राइविंग लाइसेंस हो यह सुनिश्चित करने की समझाईश दी गई। शिविर में एसडीओपी प्रेमनगर चंचल तिवारी ने उपस्थित एेसे छात्र जो 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके हैं उन्हें मतदान करने हेतु प्रोत्साहित कर उनके अभिभावकों को भी मतदान करने हेतु जागरूक करने हेतु कहे जाने पर सभी स्कूली छात्र/छात्रायें ने मतदान के बाद उंगली पर लगाये गये निशान को प्रदर्शन करने हेतु अपने हाथों को उठाकर मतदान करने रूचि जाहिर किया।इस दौरान थाना प्रभारी रामानुजनगर ए.टोप्पो, स्कूल के शिक्षक सहित काफी संख्या में स्कूली छात्र/छात्रायें उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।