बुधवार, 10 अक्तूबर 2018

सूरजपुर पुलिस द्वारा नगर /ग्राम रक्षा समिति का सम्मेलन हुआ आयोजित

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मेघा टेंभुरकर को स्मृति चिन्ह भेंट की गई।

* समिति के सदस्यों को परिचय पत्र किया गया वितरित

* सामाजिक सरोकार के कार्य में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेने पुलिस ने किया प्रोत्साहित

* नगर/ग्राम रक्षा समिति के सदस्यों को मतदान करने हेतु किया जागरूक

* घटना दुर्घटना की त्वरित सूचना देने थाना/चौकी स्तर पर बनेगी नगर/ग्राम रक्षा समिति के सदस्यों की वाट्सएप ग्रुप

सूरजपुर। नगर/ग्राम में होने वाले घटना, दुर्घटना, अपराध की सूचना पुलिस को त्वरित मिले ताकि घायल अथवा पीड़ित व्यक्ति की तत्काल सहायता करते हुये आरोपियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जा सके, ग्रामों में होने वाले अपराधों पर नियंत्रण, पुलिस के साथ कदम से कदम मिलाकर सहयोग करने के साथ ही नगर/ग्राम रक्षा समिति के सदस्यों में ऊर्जा के संचार भरने हेतु के निर्देश पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल ने जिले राजपत्रित अधिकारियों सहित थाना व चौकी प्रभारियों को दिया था।
         इसी परिप्रेक्ष्य में बुधवार 10 अक्टूबर को सूरजपुर पुलिस के द्वारा ‘‘सहयोग’’ के बैनर तले नगर/ग्राम रक्षा समिति के सदस्यों का सम्मेलन सूरजपुर स्थित सेवाकुंज में आयोजित किया जिसमें थाना सूरजपुर, विश्रामपुर, चौकी करंजी एवं बसदेई के 400 नगर/ग्राम रक्षा समिति के सदस्यगण उपस्थित हुये।
         सम्मेलन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मेघा टेंभुरकर ने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य जनता एवं पुलिस के बीच की दूरी कम करना है जिसमें नगर/ग्राम रक्षा समिति के सदस्यों की अहम भूमिका रही है। आगामी विधान सभा चुनाव के दौरान अवैध गतिविधियों की सूचना देने, सूरजपुर जिले की जनसंख्या के अनुपात में पुलिस बल की संख्या काफी कम है जिससे पुलिस की भूमिका काफी महत्वपूर्ण हो जाती है ऐसी स्थिति में नगर/ग्राम रक्षा समिति के सदस्यों का सहयोग बेहद सार्थक सिद्ध होता है, गांव में परिवारिक मामले होने पर उन्हें महिला सेल में जाने की समझाईश देने, पहले से सावधान रहने ताकि कोई घटना ही न हो, थाना व चौकी स्तर पर अपराध की सूचना सहित किसी भी प्रकार की घटना, दुर्घटना की सूचना एवं फोटो वाट्स एप पर दिये जाने हेतु ग्रुप बनाने की जानकारी देते हुये सक्रिय रहकर पुलिस का सहयोग करने एवं आगामी आयोजन महिलाओं के विषयों पर लेकर आयोजित किये जाने की बात कही। 
          इस दौरान सीएसपी डी.के.सिंह ने कहा कि आज इस सम्मेलन में आये नगर/ग्राम रक्षा समिति के सदस्य जो पुलिस के साथ सदैव कदम से कदम मिलाकर पुलिस के कार्यो में सहयोग देते है, अपने क्षेत्र में निष्पक्ष रहकर कार्य करते हुये पुलिस को यथा समय घटना, दुर्घटना व अपराध की सूचना दे ताकि पुलिस प्रभावी कार्यवाही करें, आप सभी की एकता व सहयोग से ग्रामों में अपराधों पर नियंत्रण में करने में मदद् मिलेगी, 24 घण्टे में एक अच्छा कार्य करने, सामाजिक व व्यक्तिगत् कार्यो से पहचान बनती है अच्छे कार्य कर अपनी अच्छी छवि बनाने एवं दुर्गा पूजा व दशहरा पर्व शांतिपूर्वक सम्पन्न कराने में सहयोग करने हेतु कहा।
इस अवसर पर एसडीओपी सूरजपुर मनोज ध्रुव ने कहा कि आप सब अपने क्षेत्रों में सक्रिय रहने से कई प्रकार के अपराधों को घटित होने से रोका जा सकता है, घटना की सूचना समय पर पुलिस को देने सहित फोन से होने वाले ठगी के बारे में ग्राम के लोगों को अवगत कराकर उन्हें ठगी होने से बचाने हेतु कहा।सम्मेलन को थाना प्रभारी सूरजपुर दीपक पासवान, थाना प्रभारी विश्रामपुर जमाल फिरदौसी, चौकी प्रभारी बसदेई दीपक साहू एवं चौकी प्रभारी करंजी राजेश तिवारी ने भी सम्बोधित किया।
            साईबर सेल प्रभारी नीलाम्बर मिश्रा के द्वारा नगर/ग्राम रक्षा समिति के सदस्यों को साईबर क्राईम, फोन के द्वारा ठगी की जानकारी देते हुये उनसे बचाव के तरीके बताये।

* अागामी विधानसभा चुनाव में शत प्रतिशत मतदान के लिये किया गया जागरुक...


      सम्मेलन में आये हुये नगर/ग्राम रक्षा समिति के सदस्यों को विधान सभा चुनाव में मतदान करने हेतु जागरूक किये जाने पर सम्मेलन में आये हुये समिति के सभी सदस्यों ने एकसुर में खडे होकर मतदान करने के बाद लगे निशान को दिखाने का संकेत देकर मतदान के प्रति अपनी रूचि प्रदर्शित किया।सम्मेलन में आये हुये नगर/ग्राम रक्षा समिति के सदस्यों को पुलिस द्वारा जारी परिचय पत्र भी वितरित किया गया।इस सम्मेलन में थाना प्रभारी सूरजपुर दीपक पासवान, थाना प्रभारी विश्रामपुर जमाल फिरदौसी, चौकी प्रभारी बसदेई दीपक साहू एवं चौकी प्रभारी करंजी राजेश तिवारी सहित पुलिस के अधिकारी/कर्मचारियों सहित नगर/ग्राम रक्षा समिति के 400 सदस्यगण उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।