शुक्रवार, 1 जून 2018

यातायात का दबाव कम करने पुलिस विभाग व अन्य संबंधितों की हुई बैठक


*     एएसपी मेघा टेंभुरकर ने बैंक मैनेजर, नेशनल हाइवे, पीडब्ल्यूडी के अधिकारी एवं थाना प्रभारियों की ली बैठक

सूरजपुर। सड़क के किनारे स्टेट बैंक के सामने अव्यवस्थित रूप से खड़े होने वाले वाहनों, बैंक, एटीएम की सुरक्षा हेतु गार्ड रखने एवं अत्यधिक दुर्घटनाजन्य स्थानों की जानकारी लेकर उन स्थानों पर ब्रेकर, स्टापर एवं यातायात के संकेतक बोर्ड लगवाने के संबंध में पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मेघा टेंभुरकर ने गुरूवार को पुलिस कन्ट्रोल रूम के सभा कक्ष में थाना व यातायात प्रभारी, बैंक व एलआईसी के शाखा प्रबंधकों, पीडब्ल्यूडी एवं एनएच के अधिकारियों की बैठक ली।
इस दौरान एएसपी सूरजपुर श्रीमती मेघा टेंभुरकर ने बैंक के शाखा प्रबंधकों को बैंक के सामने व्यवस्थित रूप से वाहनों को खड़ा कराने, बैंक एवं एटीएम में अनिवार्य रूप से गार्ड रखने, बैंक से पैसा निकालने हेतु आने वाले लोग जिनमें खासकर बड़ी रकम निकालने वाले लोगों से बैंक के कर्मचारी पूरी तस्दीक करें और पूरी संतुष्टी उपरान्त ही उन्हें पैसा दिया जाए, कई बार भोले-भाले ग्रामिणों को धोखे में रखकर किसी संदिग्ध व्यक्ति के द्वारा खाता धारकों से पैसा आहरित करवा लिया जाता है और ग्रामीणजन धोखाधड़ी के शिकार हो जाते है, बैंक के सुरक्षाकर्मी को संदिग्ध व्यक्तियों के बैंक में आने पर उसकी सूचना तत्काल पुलिस को देने, थाना प्रभारियों को नियमित रूप से बैंक की चेकिंग करने के निर्देश दिये।
शहर से गुजरने वाले नेशनल हाईवे के बीच में बने डिवाईडर जिनमें लोहे का पोल गड़ा हुआ है उनमें रेडियम युक्त स्टीकर लगाने, अत्यधिक दुर्घटनाजन्य स्थानों से पहले संकेतक चिन्ह के बोर्ड लगानेे, सिलफिली से अजिरमा के बीच सड़क चौड़ीकरण हेतु खोदे गये गडडों एवं काटे गये पेड़ जो सड़क के किनारे पड़े हुये है वहां रेडियम लगाने एवं रेत बोरी रखवाने के निर्देश एनएच के अधिकारियों को दिये। पीडब्ल्यूडी के अधिकारी को रिंग रोड के मानपुर चौक एवं चन्दरपुर से पम्पापुर रोड पर ब्रेकर बनवाने के निर्देश दिए। शहर से गुजरने वाली नेशनल हाईवे का निर्माण पूरा हो जाने पर सड़क के दोनों ओर मार्किंग की जायेगी, मार्किंग रेखा से बाहर वाहन खड़े करने वालों पर कार्यवाही करने की जानकारी दी।
यातायात प्रभारी के द्वारा बताया गया कि कोआॅपरेटिव बैंक परिसर में वाहन पार्किंग हेतु पर्याप्त जगह है किन्तु सड़क के किनारे बने नाली की उंचाई अधिक होने के कारण पार्किंग हेतु वाहन परिसर में नहीं आ सकती जिस पर उन्होंने ने एनएच के अधिकारी को बैंक के सामने बने नाली को कटिंग कर समतल बनाने के निर्देश दिये।
शहर में बढते यातायात के दबाव को नियंत्रित करने एवं सुगम यातायात व्यवस्था बनाये रखने हेतु स्टापर की आवश्यकता पर एलईआईसी एवं बैंकों के शाखा प्रबंधकों को सहयोग करते हुये स्टापर उपलब्ध कराने हेतु कहा जिस पर बैंक एवं एलआईसी के अधिकारी ने वरिष्ठ कार्यालय से चर्चा कर स्टापर उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।
इस दौरान डीएसपी मुख्यालय निमिषा पाण्डेय, एसडीओपी सूरजपुर मनोज धु्रव, तहसीलदार नंदजी पाण्डेय, सीएमओ घनश्याम शर्मा, थाना प्रभारी दीपक पासवान, तेजनाथ सिंह, प्रदुम्मन तिवारी, ए0टोप्पो, सूबेदार सनत ठाकुर, यातायात प्रभारी सूरजन राम राजवाड़े, चौकी प्रभारी रविन्द्र प्रताप सिंह, प्रमोद पाण्डेय, एएसआई विमलेश सिंह, एनएच के सब इंजीनियर रितेश सिंह, पीडब्ल्यूडी के पंकज तिग्गा, शाखा प्रबंधक श्री कुमार, आशीष पटेल, वैभव सिंह, विनोद सोनी, गिरजा शंकर साहू एवं बी.के.पी. सिंह उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

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सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।