शुक्रवार, 3 मार्च 2017

एडिशनल एसपी सूरजपुर ने थाना चौकी प्रभारियों की आरटीआई संबंधी बैठक ली


सूरजपुर |  वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सूरजपुर आर.पी.साय के निर्देश पर आज पुलिस कन्ट्रोल रूम सूरजपुर के सभाकक्ष में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एस.आर.भगत के द्वारा थाना चौकी प्रभारियों को सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत जानकारी आम लोगों तक आसानी एवं समय पर देने के संबंध में बैठक लेकर आवश्यक दिशानिर्देश दिये। इस दौरान एएसपी एस.आर.भगत ने थाना चौकी प्रभारियों को आरटीआई के नियमों के बारे में जानकारी देते हुये कहा कि आरटीआई के आवेदक को आवेदन प्राप्ति के 1 माह के भीतर सत्यापित जानकारी उपलब्ध करावे, आरटीआई की जानकारी देने वाले अधिकारी का नाम, पद की जानकारी संबंधी सूचना पटल थानों में लगाने, सूचना के अधिकार अधिनियम की जानकारी पुलिस की वेबसाईट में उपलब्ध कराने, कई बार आवेदक के द्वारा किसी कार्य या जांच का समस्त दस्तावेजी जानकारी मांगा जाता है इस संबंध में आवेदक से स्पष्ट जानकारी ले कि उन्हें कौनकौन सी दस्तावेज की आवश्यकता है ताकि उन्हें उनके आवश्यकता के अनुरूप दस्तावेज दी जा सके। बैठक में पुलिस के अधिकारियों के द्वारा आरटीआई के तहत आने वाले समस्याओं के बारे में अवगत कराये जाने पर उसका उचित निराकरण की जानकारी एडिशनल एसपी श्री भगत के द्वारा दिया गया। बैठक में रक्षित निरीक्षक रामप्रसाद पैकरा, एसआई(अ) अमिताभ बच्चन, थाना प्रभारी सुनील तिवारी, रामेन्द्र सिंह, एसआई अश्वनी पाण्डेय, रामनगीना यादव, कृष्णा सिंह, चौकी प्रभारी राजेश तिवारी, बृजनाथ साय पैकरा, एएसआई निर्मल सिंह एवं शोभित राम उपस्थित रहे। 

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।