शनिवार, 22 अक्तूबर 2016

थाना ओड़गी में प्रारंभ हुआ आॅनलाईन एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया


सूरजपुर। भारत सरकार गृह मंत्रालय की योजना सीसीटीएनएस (क्राईम एण्ड क्रिमिनल ट्रेेकिंग नेटवर्क एण्ड सिस्टम) के अन्तर्गत आईजी सरगुजा हिमांशु गुप्ता के निर्देशन में एसपी सूरजपुर आर.पी.साय के मार्गदर्शन में सीसीटीएनएस नोडल अधिकारी अति. पुलिस अधीक्षक एस.आर.भगत, सहायक नोडल अधिकारी एसडीओपी प्रेमनगर चंचल तिवारी, एसडीओपी ओड़गी जे.एल.लकड़ा के नेतृत्व में थाना प्रेमनगर में आॅनलाईन प्रथम सूचना पत्र दर्ज करने की प्रक्रिया का शुभारंभ किया गया। सूरजपुर जिले में थाना चांदनी को छोड़कर सभी थानों में आॅनलाईन प्रथम सूचना पत्र दर्ज करने की प्रक्रिया चालू हो गई है। इस दौरान थाना प्रभारी ओड़गी, एएसआई क्लेमेंट तिर्की, आरक्षक मनीष पन्ना, विनय दान, राकेश, महेन्द्र एवं पंकज उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।