शनिवार, 8 अक्तूबर 2016

सूरजपुर जिले के 14 आरक्षक बने प्रधान आरक्षक




जिला सूरजपुर में कार्यरत आरक्षक संतोष कुमार गुप्ता, रविशंकर चैबे, बालमुकुन्द पाण्डेय, विशाल कुमार गुप्ता, राहुल गुप्ता, मुकेश कुमार यादव, विकास सिंह, विवेक पाण्डेय, विनय किस्पोट्टा, जयप्रकाश कुजूर, भूपेन्द्र सिंह पोर्ते, धुनेश्वर राम केरकेट्टा, भुनेश्वर पाटिल एवं मनेजर राम कुर्रे प्रधान आरक्षक पद पर पदोन्नत हुए। पुलिस अधीक्षक सूरजपुर आर.पी.साय, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एस.आर.भगत, सीएसपी डी.के.सिंह एवं एसडीओपी प्रेमनगर चंचल तिवारी के द्वारा आज फीता लगाकर इन्हें प्रधान आरक्षक पर पदोन्नति प्रदान की गई। इस दौरान डीएसबी प्रभारी शिवराम कुंजाम, क्राईम ब्रांच प्रभारी सी.पी.तिवारी, रक्षित निरीक्षक रामप्रसाद पैकरा, स्टेनो पुष्पेन्द्र शर्मा, एसआरसी-2 सुनील वर्मा, आरक्षक बृजपाल कंवर एवं जगबंधन सिंह उपस्थित रहे। आधिकारिक आदेश आदेश खण्ड में देखें । 

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।