गुरुवार, 6 अक्तूबर 2016

भारी मात्रा में नशीली दवाईयों के साथ 2 आरोपी गिरफ्तार


पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा हिमांशु गुप्ता एवं पुलिस अधीक्षक सूरजपुर आर.पी.साय के द्वारा सभी थाना चौकी प्रभारियों को अवैध नशीली दवाई एवं मादक पदार्थ गांजा पर कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया था। इसी तारतम्य में सीएसपी सूरजपुर डी.के.सिंह को मुखबीर से सूचना मिली कि उत्तरप्रदेश की दिशा से 3-4 व्यक्ति सफेद रंग के बोलेरो में काफी मात्रा में नशीली दवाईयां लेकर सूरजपुर की ओर जाने वाले है। सूचना से एसपी सूरजपुर आर.पी.साय व अति. पुलिस अधीक्षक एस.आर.भगत को अवगत कराया गया। एसपी श्री साय ने सीएसपी डी.के.सिंह एवं एसडीओपी प्रेमनगर चंचल तिवारी को अपने मार्गदश्रन में पुलिस टीम को तत्काल भेजकर कार्यवाही कराने हेतु निर्देशित किया गया। इस पर सीएसपी श्री सिंह ने चौकी प्रभारी बसदेई बृजनाथ साय पैकरा, एएसआई प्रमोद पाण्डेय को तत्काल घेराबंदी कर उन्हें पकड़ने हेतु निर्देशित किये जाने पर पुलिस टीम द्वारा रेलवे फाटक उंचडीह पहुंचकर घेराबंदी की गई। मुखबीर के बताये अनुसार सफेद रंग की बोलेरो वाहन क्र. सीजी 15 सीपी 9277 को रोका गया वाहन रूकते ही पीछे बैठे ग्राम नरेषपुर निवासी शशिकांत तिवारी अपने साथ एक झोला पकड़कर भाग गया, बोलेरों में बैठे 2 व्यक्ति मिले जिनसे पूछताछ करने पर अपना नाम अनूप कुमार पिता नीलरतन मलिक उम्र 25 वर्ष सा0 अवराडुगू, थाना विश्रामपुर एवं मुकेश तिवारी पिता अक्षयलाल तिवारी उम्र 26 वर्ष निवासी ग्राम रगदा, चौकी बसदेई का होना बताये। इनकी तलाशी लिये जाने पर एक पीले रंग के प्लास्टिक बोरी में COREX सिरप 100 एमएल का 93 नग, ELTUREX-T सिरप 100 एमएल का 99 नग, CODECTUSS सिरप 100 एमएल का 98 नग,SPASMO- PROXYVON PLUS कैप्सूल 2856 नग तथा ALPRASAFE 0.5 mg. का 2400 नग, इस प्रकार कुल 290 नग सिरप एवं 5256 नग कैप्सूल कीमती करीब 98 हजार 200 रूपये तथा परिवहन में प्रयुक्त वाहन बोलेरो वाहन क्र. सीजी 15 सीपी 9277 को जप्त कर तीनों आरोपियों के विरूद्व थाना सूरजपुर में अपराध क्रमांक 411/16 धारा 21(बी) एनडीपीएस एक्ट के तहत् मामला पंजीबद्व कर मुकेष तिवारी एवं अनूप मलिक को गिरफ्तार किया गया है। मौके से फरार ग्राम नरेषपुर निवासी शशिकांत उर्फ रज्जू तिवारी पिता गंगा तिवारी की तलाश की जा रही है।  
इस कार्यवाही में चौकी प्रभारी बसदेई बृजनाथ साय पैकरा, एएसआई प्रमोद पाण्डेय, प्रधान आरक्षक अमरेश सिंह, अभिषेक पाण्डेय, आरक्षक रमेश कसेरा, हरविन्दर सिंह, आनंद सिंह, वसीम राजा, रविन्द्र जायसवाल, राजाराम सिंह, सतीश उपाध्याय, महिला आरक्षक बालकुमारी मिंज सक्रीय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।