सोमवार, 8 दिसंबर 2025

मानी जंगल में जुआ खेल रहे 5 जुआड़ियों को थाना सूरजपुर पुलिस ने किया गिरफ्तार, नगदी रकम, मोबाईल व बाईक किया जप्त।

 

सूरजपुर। डीआईजी व एसएसपी श्री प्रशांत कुमार ठाकुर के निर्देश पर जिले की पुलिस अवैध कार्यो के विरूद्ध लगातार कार्यवाही करने में लगी हुई है। इसी परिप्रेक्ष्य में दिनांक 20.11.2025 के रात्रि में थाना सूरजपुर पुलिस को मुखबीर से सूचना मिली कि ग्राम मानी नर्सरी जंगल में जुआरी हारजीत का दाव लगाकार जुआ खेल रहे है।
          थाना सूरजपुर की पुलिस टीम वेशभूषा बदलकर, कई साधनों का उपयोग एवं पहचान छिपाकर ग्राम मानी नर्सरी जंगल पहुंची जहां घेराबंदी कर जुआड़ी 1. शिवराज राजवाड़े पिता स्व. बोधन राम उम्र 36 वर्ष ग्राम केनापारा, थाना लखनपुर 2. रामवृक्ष राजवाड़े पिता गोविन्द राम राजवाड़े उम्र 41 वर्ष निवासी ग्राम सपकरा 3. धनसाय राजवाड़े पिता राम नारायण उम्र 25 वर्ष निवासी ग्राम केनापारा 4. बृजेश पाण्डेय पिता योगेन्द्र पाण्डेय उम्र 25 वर्ष ग्राम सलका, थाना सूरजपुर 5. दर्पण राजवाड़े पिता पन्नेलाल उम्र 36 वर्ष ग्राम सपकरा थाना सूरजपुर को जुआ खेलते रंगे हाथों धर दबोचा, इन जुआड़ियों के पास व जुआ फड़ से 19880 रूपये जप्त किया गया। मौके से जुआड़ियों के 4 मोबाईल, 1 मोटर सायकल भी जप्त किया गया।
            मामले में छत्तीसगढ़ जुआ प्रतिषेध अधिनियम 2022 की धारा 3(2) के तहत कार्यवाही कर आरोपियों को गिरफ्तार किया है। कार्यवाही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो व सीएसपी एस.एस.पैंकरा0 के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी सूरजपुर विमलेश दुबे, प्रधान आरक्षक शिवलोचन पैंकरा, आरक्षक रविराज पाण्डेय, रामलोचन देवांगन, देवनीश मिंज सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।